ठण्ड की आगोश में काशी, बढ़ सकती है गलन
मो0 सलीम
वाराणसी: दिसम्बर के महीने में चल रही पछुवा हवाओ ने तीन चार दिनों से अपना रुख बदल लिया। शनिवार को पुरवा हवाए चलने लगी। मगर ठण्ड बरक़रार है। कल दोपहर बाद सूरज अचानक बादलो में छिप गया। बादलो की आवाजाही भी जारी रही। इस वजह से ठंड भी ज्यादा लग रही है। सुबह हल्का कोहरा भी देखने को मिला लेकिन 8 बजे के बाद आसमान में बादल छाने लगे। पहाड़ों से आने वाली बर्फीली हवाओं के चलने के कारण सुबह-शाम ठंड अधिक महसूस हो रही है। दिन में धूप तेज हो रही है, जिससे राहत भी मिल रही है।
मौसम के मिजाज़ भी पल पल बदलते नज़र आ रहे है। इस बीच शनिवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। सुबह पुरवा हवाओं में नमी के साथ ही आसमान में बादल भी छाए रहे। सुबह 10 बजे धूप दिखी, लेकिन बादलों की आवाजाही से उसका असर भी नहीं रहा। दोपहर बाद तो धूप ही बिल्कुल गायब हो गई थी और हवा भी थोड़ी तेज चल रही थी। शहर में कुछ जगहों पर बारिश की एक दो बूंद भी पड़ी। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय के अनुसार अभी पुरवा हवा चलती रहेगी। इस वजह से ठंड बढ़ने के आसार हैं।
वही मौसम में बदलाव का असर तापमान में भी देखने को मिला। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 26 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने बताया कि एक बार फिर से पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू हो गई है, उसी का असर है कि धरातल से एक किलोमीटर ऊपर तक करीब 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पुरवा हवाएं चल रही हैं। आने वाले दो तीन दिन ऐसे ही मौसम बने रहने के आसार हैं। कोहरा पड़ने के साथ ही गलन भी बढ़ सकती है।