खीरी पहुंचे प्रमुख सचिव, चिकित्सा तथा शिक्षा का लिया जायजा

फारुख हुसैन

लखीमपुर(खीरी): उप्र शासन के प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार गुरुवार को जनपद खीरी पहुंचे, जहां कलेक्ट्रेट स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने उनका पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। उन्होंने जिला चिकित्सालय के ध्वस्तीकरण, बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेज की प्रगति जानी। उन्होंने मास्टर प्लान एवं नक्शा देखा, ब्लॉकवार निर्माण कार्य की समीक्षा की, संबंधित को निर्देश दिए। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने उन्हें चिकित्सालय के ध्वस्तीकरण, मेडिकल कॉलेज के निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करते हुए किस प्रकार निर्माण कार्य शुरू कराया, इसकी पूरी जानकारी दी।

प्रमुख सचिव ने सीएमएस को कार्यों के निरंतर निगरानी का निर्देश दिया। कार्यदायी संस्था के अधिकारियों से कार्यों की गुणवत्ता के बारे में पूछताछ की। निर्देश दिया कि कालेज भवन का निर्माण निर्धारित समय पर पूर्ण हो जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था से पूछा कि जिला महिला अस्पताल में नर्सिंग हॉस्टल का काम अब तक क्यों नहीं शुरू हुआ, निर्देश दिए तत्काल काम शुरू कराया जाए। इस दौरान उन्होंने सीएमओ, सीएमएस से एमसीएच विंग ओयल एवं जिला महिला चिकित्सालय की क्षमता, संशाधन एवं बेडो की संख्या जानी।

इसके बाद प्रमुख सचिव आलोक कुमार डीएम महेंद्र बहादुर सिंह के साथ देवकली के सैदापुर भाऊ में निर्माणाधीन मेडिकल कालेज का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां उन्होंने कार्य स्थल पर घूम-घूम कर कार्यो का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज, हॉस्टल, रेजिडेंशियल ब्लॉक (टाइप टू, टाइप 3, टाइप 4, टाइप 5), डीन आवास,  यूजी हॉस्टल (पुरुष एवं महिला), इंटर्न हॉस्टल (पुरुष एवं महिला) के निर्माण कार्यों का जायजा लेकर प्रगति देखी। इस दौरान उन्होंने मौके पर कार्य करा रहे लोगों से अब तक हुए निर्माण के बारे में जानकारी ली।

साथ ही कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन निर्माण खंड-1 लखनऊ अशोक कुमार से निर्माण की गुणवत्ता के बारे में पूछा। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दिया कि मेडिकल कालेज के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी की गई तो संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सीएमएस को कार्य की गुणवत्ता निरंतर परखने का निर्देश दिया।

प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा कि वह आज खीरी के निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज के निरीक्षण के लिए आए हैं, जहां मेडिकल कॉलेज के एकेडमी परिसर में तेजी से काम चल रहा है, वही हॉस्पिटल परिसर में कुछ काम रुका हुआ था, जिसमें आ रही बाधाओं को दूर कर लिया गया है। अब तेजी से काम कर इसे पूरा किया जाएगा। पूरा प्रयास किया जा रहा है कि सत्र 2023-24 के एकेडमिक सेशन में यहा पठन-पाठन शुरू कराया जाए।

निरीक्षण के दौरान डीएम महेंद्र बहादुर सिंह सीएमओ डॉ संतोष गुप्ता, एडीएम संजय सिंह, एसडीएम सदर श्रद्धा सिंह, सीएमएस डॉ हर्षवर्धन, एसीएमओ डॉ बीसी पंत, डीपीएम अनिल यादव, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन निर्माण खंड 1 लखनऊ अशोक कुमार, प्रोजेक्ट मैनेजर एनकेजी इंफ्रा, डीडीएफ पीएमसी व सिविल इंजीनियर सहित कांट्रेक्टर सहित निर्माण एजेंसी के अन्य सदस्य मौजूद रहे।

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने मातृ एवं शिशु चिकित्सालय 200 बेडेड में संचालित जिला चिकित्सालय पहुंचे, जहां उन्होंने व्यवस्थाओं की पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने इमरजेंसी पहुंचकर इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ अब्दुल कादिर से एडमिट मरीजों के संबंध में जानकारी ली। इमरजेंसी में आए मरीज किस वार्ड में भर्ती हैं और उन्हें प्राइमरी ट्रीटमेंट क्या दिया है।

उन्होंने मरीजों की एग्जाममिंग रिपोर्ट देखी। इमरजेंसी वार्ड में भर्ती भीखमपुर निवासी वीरेंद्र कुमार एवं रमियाबेहड़ निवासी एक मरीज के भर्ती प्रपत्र देखे। इस दौरान उन्होंने सीएमओ से पूछा कि हाइपरटेंशन, मधुमेह के इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर क्या प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने चिकित्सक से दोनों मरीजों की बीमारी का कारण जाना। इस दौरान उन्होंने उनके तीमारदारों से यहां भर्ती कराने से पूर्व क्या और कहां ट्रीटमेंट कराया इसकी जानकारी ली।

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