पूर्व भाजपा नेता और दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहे विनोद आर्य पर उनके ड्राईवर ने लगाया यौन उत्पीडन का आरोप, अंकिता भंडारी हत्याकांड के आरोपी पुलकित आर्या के पिता है विनोद आर्या
तारिक़ खान
डेस्क: देहरादून से एक अचंभित कर देने वाली खबर सुबह से सुर्खियाँ बटोरे हुवे है। उत्तराखंड के बहुचर्चित दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रहे और पूर्व भाजपा नेता विनोद आर्या पर उनके ड्राईवर ने अप्राकृतिक दुष्कर्म के प्रयास, हत्या के प्रयास और धमकी देने का आरोप लगाया है। विनोद आर्य पर उनके ड्राईवर ने आरोप लगाया है कि उन्होंने उसका अप्राकृतिक यौन उत्पीड़न का प्रयास किया है। विनोद आर्या बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड में अभियुक्त पुलकित आर्या जो अभी जेल में बंद है के पिता है।
इस सम्बन्ध में नगर पुलिस अधीक्षक स्वतंत्र कुमार ने इस संबंध में बताया कि वाहन चालक रोहन कांबोज की तहरीर पर हरिद्वार के ज्वालापुर थाने में बीते मंगलवार यानी 13 दिसंबर की रात मामला दर्ज कर मामले में विवेचना शुरू कर दिया गया अहि। यह मामला आईपीसी की धारा 377, 511, 307, 323, 504 और 506 के तहत दर्ज किया गया है।
दर्ज हुई एफआईआर के हवाले से हिंदुस्तान टाइम्स ने लिखा है कि पीड़ित ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि ‘मुझे इस साल 12 नवंबर को पूर्व राज्य मंत्री (विनोद आर्य) ने ओएलएक्स वेबसाइट के माध्यम से 10 हजार रुपये प्रति माह के वेतन पर काम पर रखा था। आर्य ने हरिद्वार के आर्य नगर स्थित अपने आवास पर मेरे ठहरने के लिए एक कमरा भी उपलब्ध कराया था। वह अक्सर मुझे शाम को मालिश के लिए बुलाते थे और मुझे अनुचित तरीके से छूते थे।’
शिकायतकर्ता ने आगे कहा, ‘20 नवंबर को रात करीब 10:30 बजे जब वह विनोद आर्य की मालिश कर रहे थे, तो उन्होंने मेरा यौन शोषण करने की कोशिश की। जब मैंने इसका विरोध किया तो उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक शरारत है। अगले दिन, मैं आर्य और उनके बेटे पुलकित के वकील को देवप्रयाग के पास जेल में पुलकित से मिलाने के लिए ले गया जहां वह बंद है। मैंने उन दोनों को जेल में छोड़ दिया और घर चला गया।’ तहरीर में दावा किया गया है कि उसके बाद जब वह किराने का सामना लेने गए तो बाइक सवार तीन लोगों ने उन्हें पीटा। उन्होंने बताया है, ‘मेरे सिर पर चोटें आईं, मेरी बांह टूट गई और मुझे फतेहपुर में एक स्वास्थ्य सुविधा में भर्ती कराया गया। घटना के बाद मैंने 24 नवंबर को पुलिस में शिकायत दी।’
उन्होंने आगे शिकायत में बताया है, ‘अगले दिन मुझे विनोद आर्य का फोन आया, उन्होंने मुझसे मिलने के लिए कहा। मुझे 2 दिसंबर को फिर से आर्य के कई फोन आए और उन्होंने मिलने पर जोर दिया। 2 दिसंबर को शाम करीब 4:30 बजे जब मैं उनसे उनके आवास पर मिला, तो आर्य ने सादे कागज पर मेरे हस्ताक्षर करवाए और मुझे घर से बाहर निकाल दिया। पुलिस ने तहरीर के अनुसार मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है। मामले में अभी किसी प्रकार की कोई गिरफ़्तारी का समाचार प्राप्त नही हुआ है।
गौरतलब हो कि भाजपा सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे विनोद आर्य के पुत्र पुलकित का नाम अंकिता भंडारी हत्याकांड में सामने आने के तत्काल बाद उन्हें पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। पौडी जिले के यमकेश्वर क्षेत्र में वनंत्रा रिजॉर्ट में बतौर रिसेप्शिनिस्ट काम करने वाली 19 वर्षीय अंकिता की सितंबर में पुलकित ने अपने दो कर्मचारियों सौरभ भास्कर और अंकित गुप्ता के साथ मिलकर कथित तौर पर ऋषिकेश के निकट चीला नहर में धक्का देकर हत्या कर दी थी। तीनों आरोपी जेल में बंद हैं।