गंगा जी में बजड़े पर डीजे बजाना पड़ा भारी, डीजे व बजड़ा पुलिस ने किया सीज, मालिक व चालको के विरुद्ध हुआ अभियोग पंजीकृत, लाइसेंस के निरस्तीकरण हेतु भेजी चौक पुलिस ने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट
ए0 जावेद
वाराणसी: नव वर्ष की खुशियाँ मनाने के चक्कर में नियमो को तोडना और दुसरे के जीवन को खतरे में डाल कर खुशियाँ मनाना आज भारी उस समय पड़ गया जब बजड़े पर डीजे बजा कर शोर करने वाले बजड़े को जहा पुलिस ने डीजे सहित सील कर दिया और साथ ही चालको और बजडा मालिक पर अभियोग भी पंजीकृत कर लिया। यही नही पुलिस ने उनके लाइसेंस को निरस्तीकरण हेतु अपनी रिपोर्ट भी उच्चाधिकारियों को भेज दिया है।
कार्यवाही के सम्बन्ध में मिली जानकारी के अनुसार प्रभारी निरीक्षक चौक शिवाकांत मिश्र व उनकी टीम आज घाटो पर चक्रमण कर गतिविधियों पर नज़र रख रही थी। इसी दरमियान दोपहर 15:30 बजे के करीब मणिकर्णिका घाट के सामने गंगा जी में तीन बजड़े जो आपस में रस्सियों से जुड़े हुए थे पर डीजे बज रहा था और न्यू इयर का सेलिब्रेशन हो रहा था। जिसको पुलिस द्वारा देख कर तत्काल रोका गया और देखा गया कि नियमो के विपरीत तीनो बजडो पर 100 स्त्री एवं पुरुष सवार थे।
यही नही बजड़े पर दो डीजे साउंड मय एम्प्लीफायर के लगा हुआ था और तेज ध्वनि में गाना बज रहा था तथा लोग डांस कर रहे थे। इन गतिविधियों से जलयान की खतरनाक स्थिति हो गई थी और लोगो के डूब जाने का खतरा बन गया था। मगर बजडा चालक इससे बेफिक्र थे। पुलिस ने बजड़े को तत्काल किनारे लगवाया और उसमे सवार लोगो को सुरक्षित घाट पर उतार कर एक बड़ी घटना को होने से बचा लिया। पुलिस ने कार्यवाही करते हुवे बजडा चालक और मालिक पर अभियोग पंजीकृत कर डीजे को उतरवा कर कब्ज़े में ले लिया। साथ ही पुलिस ने उच्चाधिकारीगण के माध्यम से इनके लाइसेंस निरस्तीकरण की रिपोर्ट भी प्रेषित की जा है।
पुलिस द्वारा त्रिलोचन महादेव निवासी सक्कू प्रसाद के बेटे राकेश सहानी, प्रह्लादघाट निवासी स्व0 सुरेश के बेटे बाबु, सुजाबाद निवासी सीधे के पुत्र अंकुर तथा सराय मोहाना निवासी झब्बर के बेटा राम विलास पर अभियोग दर्ज कर बजड़े को भी सील कर दिया है। सभी पर आईपीसी की धारा 280 तथा 282 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। कार्यवाही करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक चौक शिवाकांत मिश्र, ब्रह्मनाल चौकी इंचार्ज एसआई पवन कुमार राय, एसआई नवीन कुमार चतुर्वेदी, हे0क़ा0 यशवंत सिंह, क़ा0 शशि कांत सिंह, और भोलू खरवार मौज्कुद रहे।