धर्म परिवर्तन या फिर मौका परिवर्तन ? मुज़फ्फरनगर में 15 परिवार के 80 लोगो द्वारा इस्लाम छोड़ कर हिन्दू धर्म अपनाने की जाने पूरी खबर क्या है
तारिक़ आज़मी
डेस्क: आज सुबह से ही मीडिया और सोशल मीडिया पर एक खबर को अधूरे तरीके से दिखाया जा रहा है कि रामपुर निवासी 15 परिवार के 80 लोगो ने आज इस्लाम धर्म छोड़ कर घर वापसी करते हुवे हिन्दू धर्म अपना लिया। हिंदूवादी संगठन इसको “घर-वापसी” की संज्ञा देते हुवे पूर्व सासद और सपा के कद्दावर नेता आज़म खान पर बड़े आरोप गढ़ रहे है। वही मीडिया मामले में अधुरा सच आपके सामने प्रस्तुत कर टीआरपी की जंग में पहले आने की कवायद में जुटा हुआ है। सोशल मीडिया पर भी अजीबो गरीब बहस चल पड़ी है। कुछ इस मामले के पक्ष में दिखाई दे रहे है और वही कुछ इस मामले के खिलाफ दिखाई दे रहे है।
इन सब लोगों को धर्म में वापसी कराने वाले यशवीर जी महाराज ने बताया कि आज रामपुर निवासी धोबी समाज से दलित वर्ग के कई परिवारों के 80 सदस्यों कि हिंदू धर्म में घर वापसी कराई गई है। यशवीर जी महाराज का आरोप है कि इन सभी लोगों पर समाजवादी सरकार में आजम खान द्वारा अत्याचार किया गया है। इन सभी लोगों को लालच देकर डरा धमकाकर हिंदू से मुसलमान बनवाया गया था और इन सब की आज धर्म अनुसार शुद्धीकरण कराकर घर वापसी कराई गई है। अब तक हम तकरीबन 530 लोगों की हिंदू धर्म में वापसी करवा चुके है।
बहरहाल, मामले में हकीकत ये है कि रामपुर जनपद के निवासी यह सही लोग धोबी समाज से आते है। लगभग 12 वर्ष पहले यानी वर्ष 2009-10 में दलित वर्ग के इन दर्जन भर परिवार के लगभग 80 सदस्यों ने हिन्दू धर्म छोड़ कर इस्लाम धर्म अपनाया था। उस समय प्रदेश में बसपा सरकार थी और मुख्यमंत्री मायावती हुआ करती थी। मायावती के शासनकाल में हिन्दू धर्म छोड़ कर इस परिवार में इस्लाम धर्म अपनाया था। कल रविवार की देर शाम बघरा ब्लॉक स्थित योग साधना आश्रम के महाराज यशवीर ने गंगाजल से शुद्धीकरण करवाई और सभी के गले में जनेऊ धारण कर गायत्री मंत्र उच्चारण करवाया। इस दौरान सभी लोगों से यज्ञ में आहुति डलवा कर इन सभी लोगों की इस्लाम धर्म से हिंदू धर्म से वापसी कराई गई है।
हकीकत क्या है यह तो धर्म परिवर्तन करने वाला परिवार जाने अथवा आज़म खान या फिर भगवान जाने। मगर धर्म परिवर्तन करने वाले परिवार का आरोप है कि आज से लगभग 12 वर्ष पहले यानी वर्ष 2009-10 में आज़म खान ने उनके ऊपर ज़ुल्म किये। उन्हें लालच दिया और उनको इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर कर दिया साथ ही आज़म खान के गुर्गो ने उनकी ज़मीने भी हड़प लिया। अब यह लोग 12 साल बाद वापस मुस्लिम धर्म छोड़कर हिंदू धर्म में घर वापसी की है।
मीडिया में इमराना से कविता और हर्जाना से सविता बनी महिलाओं का भी बयान चल रहा है। मगर सवाल ये उठता है कि मायावती शासनकाल में खुद मायावती ने आज़म खान पर शिकंजा कस रखा था। जौहर यूनिवर्सिटी पर बुलडोज़र चला था। आज़म खान के खिलाफ कई बड़ी कार्यवाही हुई थी। उस दरमियान खुद आज़म खान और उनके लोग इतना कुछ कैसे कर गुज़रे। आज “घर वापसी” करने वाले परिवार का कहना है कि दुनिया को सताने की वजह से आजम खान जेल गए। अब हम अपने लोगों में आकर बहुत खुश हैं।