वाराणसी: कोतवाली इस्पेक्टर साहब विशेश्वरगंज स्थित हीरा होटल में मध्य रात्रि 1 बजे तक शटर गिरा कर अन्दर होता है जश्न, यकीन नही तो तस्वीरे देख ले
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: वाराणसी की कोतवाली पुलिस चर्चा बटोरने में कोई कसर नही छोडती है। कोतवाली इस्पेक्टर क्षेत्र में “आल इज वेल” कह कर भले काम चला रहे हो, मगर हकीकत तो थोडा इसके इतर ही है। चाय का खोमचा लगाने वाला समय से दूकान बंद कर दे इसके लिए पुलिस मुस्तैद खडी रहती है। वही दुसरे तरफ हीरा होटल मध्य रात्रि 1 बजे भी आगे से शटर गिरा कर अन्दर महफ़िल गुलज़ार किया करता है। मगर वही मौके पर खडी कोतवाली पुलिस की पिकेट उसके लिए आल इज वेल की बात कह कर काम चला लेती है।
बताते चले कि बिशेश्वरगंज तिराहे पर स्थित हीरा होटल के सम्बन्ध में चर्चाओं के अनुसार देर रात तक महफ़िल अन्दर युवाओं की गुलज़ार रहती है। जमकर खाने के साथ गले को नम करते युवक यहाँ अमूमन देखे जा सकते है। क्षेत्र में चर्चाओं के अनुसार गला नम करने के लिए सामग्री यदि आपके पास उपलब्ध नही है तो यहाँ के वेटर रुपी कार्यकर्ता उसके लिए भी व्यवस्था करवा देते है। बस थोडा चार्ज बस देना होता है। ये महफ़िल वैसे कहने को तो रात 11 बजे समाप्त हो जाती है। मगर स्पेशल सेवा हेतु मध्य रात्रि भी स्वागत हो जाता है।
गौरतलब हो कि विगत कुछ माह पहले इसी तिराहे पर दो गुटों के बीच हुवे विवाद में गोली चली थी जिसमे दोनों पक्षों की तरफ से मुकदमा नामज़द लिखा गया था। मामला 82 की कार्यवाही तक तो पंहुचा था मगर उसके बाद क्या हुआ था इसकी जानकारी हासिल नही हो पाई थी। बीती मध्य रात्रि भी इसी दो गुट में से एक गुट इस होटल पर सेवा लेने के लिए मध्य रात्रि 1 बजे आया। शटर खुल जा सिमसिम की तरह खुल गया और फिर अन्दर जाने के बाद बंद हो जा सिमसिम की तरह बंद हो गया। कोतवाली की यहाँ मौजूद पिकेट के सामने ही ऐसे सिमसिम खोला और बंद किया जाता है। मगर कहते है, होटल मालिक रसूखदार है तो बोल कोई नही सकता है।
मुझको पता है कि इस्पेक्टर साहब साक्ष्य की तलाश करेगे। तो तस्वीर के साथ उस तस्वीर की डिटेल भी हमने स्क्रीन शॉट के साथ देखा दिया है। तस्वीर लेते समय घडी मध्य रात्रि का 1 बजाने के लिए दौड़ रही थी। खुद की इन आँखों से देखा सुना वाक्या आपको बयां कर रहा हु हुजुर, रही तस्दीक की बात तो होटल के मौजूद सीसीटीवी कैमरों से इसको पुष्टि कर ले कि बात सही है या फिर अफसाना है। मगर तस्वीर इस बात की गवाह है कि मध्य रात्रि भी गुलज़ार रहता है हीरा होटल