जो सगी बहन हिमांशु के हाथो पर अपनी रक्षा हेतु बांधती थी राखी, उसी हिमांशु ने अपने बहन के प्रेम सम्बन्ध से नाराज़ होकर उन्ही हाथो से उसका गला घोट कर मार डाला और दफना दिया कमरे में
शाहीन बनारसी
लखनऊ: वो उसके हाथो पर राखी बांधती थी, सिर्फ इसलिए नही कि हिमांशु उसका सगा भाई है. इस विश्वास से वह राखी बांधती थी कि वह उसकी रक्षा इन्ही हाथो से करेगा. उसको विश्वास था कि माँ-बाप तो पहले ही दुनिया छोड़ कर चले गए है, भाई बतौर अभिभावक माँ और बाप दोनों का लाड प्यार देगा. मगर वही हाथ जिन हाथो पर वह अपनी रक्षा हेतु कच्ची डोर बांधती थी ने उसकी ज़िन्दगी की सांसे बेरहमी से रोक दिया. गला घोट कर उसकी जान महँ इसलिए ले लिया कि उसके प्रेम सम्बन्ध से वह नाराज़ था. जान लेकर भी उसको चैन न मिला और उसकी लाश को कमरे के अन्दर ही दफन कर दिया.
मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है जहाँ एक भाई ने अपने सगी बहन को गला घोंट कर मार डाला। लखनऊ के सैरपुर के परली गांव का रहने वाले हिमांशु ने अपनी सगी बहन शिवानी को उसके प्रेम सम्बन्ध से नाराज़ होने के कारण मार डाला। बहन का गला घोंटने के बाद हिमांशु ने उसके शव को दूसरे कमरे में गड्ढा खोदकर दफन कर दिया। घटना की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को हुई ग्रामीणों ने आनन-फानन में वारदात की जानकारी कल रविवार को पुलिस को दी।
सुचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कमरे से गड्ढा खोदकर बाहर निकाला और आरोपी हिमांशु को हिरासत में ले लिया। मिली जानकारी के अनुसार हिमांशु के पिता व मां की मौत पांच साल पहले हो चुकी है। हिमांशु के पिता ने दो शादियां की थी। उसकी सौतेली मां से तीन बेटियां है। जो अलग रहती हैं। वहीं हिमांशु व शिवानी एक ही मकान में रहते हैं। शनिवार देर शाम को हिमांशु नशे की हालत में घर पहुंचा। हिमांशु ने शिवानी के एक युवक से संबंध होने की बात पर आपत्ति की। इस पर शिवानी नाराज हो गई। उससे कहासुनी शुरू कर दी। नशे में धुत्त हिमांशु ने शिवानी का गला घोंट दिया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद हिमांशु ने अपनी बहन के शव को कमरे में गड्ढा खोद दफ़न कर दिया।
पुलिस के मुताबिक़ मृतका का संबंध गांव के ही किसी युवक से था। जिस पर आरोपी आपत्ति करता था। इसी बात पर शनिवार शाम को दोनों के बीच विवाद हुआ। जिसके बाद वारदात को अंजाम दिया गया। डीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी के मुताबिक सैरपुर के परली गांव का हिमांशु सिंह पेशे से डाला चालक है। परिवार में उसके अलावा बहन शिवानी रहती थी। हिमांशु के घर में दो कमरे व किचन हैं। हत्या के बाद उसने शिवानी का शव छिपाने के लिए घर के अंदर ही गड्ढा खोदा। उसमें शव दफना दिया। पूरी रात पास के कमरे में रहा।
रविवार सुबह वह घर पर ताला बंद कर निकल गया। दोपहर में वापस आया। हिमांशु कभी अपने घर में ताला नहीं बंद करता था। इस पर गांव के लोगों को संदेह हुआ। इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने पड़ताल शुरू किया। हिमांशु से पूछताछ की तो शुरूआत में वह टालमटोल करने लगा। घर की तलाशी ली तो एक कमरे में मिट्टी खुदी हुई दिखी। जिस पर पुलिस ने सख्ती शुरू की। एक टीम लगाकर गड्ढा खुदवाया तो अंदर से शिवानी का शव निकला। पुलिस ने हिमांशु को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ कर रही है।
डीसीपी उत्तरी के मुताबिक पूछताछ में हिमांशु लगातार बयान बदल रहा है। उसने शुरूआत में बताया कि विवाद हुआ था। इसके बाद हिमांशु ने कहा कि उसकी बहन का चरित्र ठीक नहीं है। पिता की मौत के बाद से वह अपनी मर्जी से काम करती थी। वहीं गांव की रिश्ते में एक भाभी ने उसे सूचना दी थी कि उसके जाने के बाद उससे मिलने एक युवक आता था। हिमांशु ने पुलिस को बताया कि संदेह होने पर उसका कुछ दिनों तक पीछा किया। तो युवक के साथ कई बार देखा था। इस पर उसे मना किया, लेकिन शिवानी नहीं मान रही थी। इसी बात से नाराज रहता था। शनिवार शाम को वह घर पहुंचा तो उस समय वह युवक से मोबाइल पर बात कर रही थी। इससे वह नाराज हो गया। आपत्ति की तो शिवानी झगड़ा करने लगी। इसी दौरान उसका गला दबा दिया। जिससे मौत हो गई।