छोटे से टाउन की सडको पर फ़ुटबाल सीख कर दुनिया के महानतम फ़ुटबाल खिलाड़ी होने तक पेले के सफ़र पर लगा विराम, 84 वर्ष की आयु में लिया गुरूवार को आखरी सांस, कहा दुनिया को अलविदा
तारिक खान
बीते गुरूवार को अंतर्राष्ट्रीय फ़ुटबाल खिलाड़ी और विश्व में सबसे अधिक गोल करने का रिकार्ड बनाने वाले पेले ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। इस खबर की पुष्टि उनकी पुत्री ने अपने एक पोस्ट के माध्यम से किया साथ ही पेले की अधिकृत इन्स्टाग्राम आईडी से भी इस खबर की पुष्टि हुई है। वह 84 बरस के थे और पिछले कुछ समय से कैंसर रोग ग्रसित थे। पेले का वास्तविक नाम एडसन अरांतेस डो नैसिमेंटो था।
23 अक्टूबर, 1940 को ट्रेस कोराकोस या ‘थ्री हार्ट्स’ के एक छोटे से कस्बे मिनस गेरैस में जन्मे पेले ने अपने पिता से इस खेल की बारिकियां सीखी थीं। उनके पिता भी एक पेशेवर फुटबॉल खिलाड़ी थे, जिनका करिअर घुटने की चोट के कारण पटरी से उतर गया था। पेले ने ब्राजील को फुटबॉल की ऊंचाइयों तक पहुंचाया। साओ पाउलो राज्य की सड़कों पर खेलते हुए शुरुआत करने करने वाले पेले अपने खेल के लिए एक वैश्विक राजदूत बन गए थे। अपने विपुल कौशल और विजयी मुस्कान के साथ 1,281 गोल करने का विश्व रिकॉर्ड बनाने के अलावा पेले तीन बार विश्व कप 1958, 1962 और 1970 जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी भी थे। इन तीनों विश्व कप में से पहले मैच के दौरान वह 17 साल और 249 दिन की उम्र में दो बार नेटिंग करते हुए विश्व कप फाइनल में सबसे कम उम्र के स्कोरर बने थे।
फीफा की वेबसाइट के अनुसार, 1,366 प्रतियोगिताओं में पेले 0.94 गोल प्रति मैच के अनुपात में कुल ने 1,281 गोल दागे थे। इन प्रतियोगिताओं में से कुछ फ्रेंडली मैच थे और कुछ उन्होंने अपनी सैन्य सेवा के हिस्से के रूप में खेले थे। हालांकि इसके इतर वह 812 आधिकारिक फुटबॉल प्रतियोगिताओं में 757 गोल के साथ उतने ही शानदार खिलाड़ी थे। कुल मिलाकर पेले ने ब्राजील के लिए 114 मैच खेले थे, जिसमें रिकॉर्ड 95 गोल किए, जिसमें आधिकारिक मैचों में 77 गोल शामिल थे।
फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों के बारे में बातचीत में पेले के साथ केवल दिवंगत डिएगो माराडोना, लियोनेल मेसी और क्रिस्टियानो रोनाल्डो का उल्लेख किया गया है। जैसे-जैसे उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया, उनकी यात्राएं और उनका सार्वजनिक तौर पर दिखना धीरे-धीरे कम होता गया। उन्हें अपने अंतिम वर्षों के दौरान अक्सर ह्वीलचेयर में देखा जाता था। पेले ने अपना 80वां जन्मदिन भी एक समुद्रतटीय घर में परिवार के कुछ चुनिंदा सदस्यों के साथ बिताया था।
दो दशक के अपने करिअर के दौरान वह ब्राजीलियाई क्लब सैंटोस और फिर ब्राजील की राष्ट्रीय टीम के साथ खेलते हुए सबसे प्रचंड स्कोरर के तौर में अपने प्रशंसकों के साथ ही विरोधियों की भी वाहवाही लूटने वाले फुटबॉलर थे। उनके निधन के बाद पेले के आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट में कहा गया है, ‘पेले ने खेल में अपनी प्रतिभा से दुनिया को मंत्रमुग्ध कर दिया और प्यार का संदेश फैलाने में मदद की। उनका संदेश आज आने वाली पीढ़ियों के लिए एक विरासत बन गया है। प्यार, प्यार और प्यार, हमेशा के लिए।’