जनसमस्या और शहर-ए-बनारस: लोहता के धमरिया पर ज़मींन से 5 फिट ऊपर से गुज़री ये पॉवर केबल, वो क्या कह रहा था कि बिजली विभाग के साहब लोग की नींद क्या किसी बड़ी घटना के बाद खुलेगी ?
मो0 सलीम
वाराणसी: शहर बनारस अपने पाँव पसारता हुआ अब ग्रामीण इलाकों तक पहुच चूका है, मगर बनारस की जनसमस्या है कि खत्म होने का नाम ही नही ले रही है। कही पानी की दिक्कत तो कही सीवर की समस्या, कही टूटे चौके तो कही गड्ढायुक्त सड़के। सब मिला कर देखे तो समस्याओं से जूझता बनारस तस्वीरो में बड़ा ही खुबसुरत नज़र आता है। यहाँ जहा नगर निगम लापरवाही के साथ काम करता है तो वही बिजली विभाग ने तो दुर्घटनाओ को दावत दे रखा है।
ऐसा ही कुछ दुर्घटनाओ को दावत देता हुआ बिजली विभाग लोहता के धमरिया पर अपने करमात दिखा रहा है।, धमरिया क्षेत्र स्थित पानी टंकी के बगल की इस गली सड़क से महज़ 5 फिट की उचाई पर झूलते इन बिजली के तारो की इस तस्वीर को देख ले आप। बेशक आपको डर लगेगी देख कर कि हाई वोल्टेज का तार ज़मींन से इतनी ही उंचाई पर महज़ है कि बच्चे भी हाथ उठा कर इसको पकड़ सकते है। स्थानीय जनसेवको से लेकर आज जन इसकी शिकायत कई बात विभाग से कर चुके है मगर विभाग है कि वह अपनी नींद से जाग ही नही रहा है।
इन लटक रहे तारो कभी भी कोई बड़ी घटना दुर्घटना हो सकती है। मगर शायद बिजली विभाग के अधिकारियो को इंतज़ार है कि कोई बड़ी दुर्घटना हो जाए उसके बाद फिर सोचा जायेगा। स्थानीय नागरिको और समाजसेवाओ की माने तो संबंधित के अधिकारियों को इसकी शिकायत कई बार किया जा चूका है। मगर निस्तारण की जगह वह से हमको सिर्फ और सिर्फ आश्वासन मिलता है। अरसा गुज़रता जा रहा है मगर समस्या का निस्तारण नही हो रहा है। देखना ये होगा कि इस समस्या का निस्तारण विभाग कब करेगा? किसी बड़ी दुर्घटना के बाद अथवा इसके पहले।
इस इलाके के निवासी अबरार अंसारी, कौसर, अनायत अली आदि लोगों ने हमसे बात करते हुए बताया कि धमरिया पुल ढाई गज़े बाबा के मज़ार के पास से पानी टंकी तक इन पैकिंग तार (वायर) में कई जगह जोड़ है। तार कई जगह से कटने के बाद मरम्मत हुई है, जिससे दुर्घटनाओ की सम्भावन बनी हुई है। कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती है।