जाने कब है प्रदोष व्रत, पढ़े किस दिन के प्रदोष व्रत का क्या है लाभ
शाहीन बनारसी (इनपुट: बापू नंदन मिश्र)
प्रदोष व्रत का हिंदू धर्म में खास महत्व माना जाता है। इस व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है। कहते हैं इस व्रत को करने से व्यक्ति को अच्छा स्वास्थ्य और लंबी आयु प्राप्त होती है।
महीने में 2 बार प्रदोष व्रत आता है। ये व्रत हर महीने की कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को रखा जाता है। 2023 का पहला प्रदोष व्रत 4 जनवरी को रखा जाएगा। ये बुध प्रदोष व्रत होगा।
4 जनवरी को बुध प्रदोष व्रत है। पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 37 मिनट से रात 8 बजकर 21 मिनट तक है। त्रयोदशी तिथि की शुरुआत 3 जनवरी को रात 10 बजकर 1 मिनट से होगी और इसकी समाप्ति 4 जनवरी को रात 12 बजे होगी।
दिन के अनुसार प्रदोष व्रत और उनसे मिलने वाले लाभ:
-रविवार प्रदोष व्रत रखने से व्यक्ति को लंबी आयु और अच्छा स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है।
-सोमवार प्रदोष व्रत करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
-मंगलवार प्रदोष व्रत करने से हर तरह के रोगों से मुक्ति मिल जाती है और स्वास्थ सम्बन्धी समस्याएं नहीं होती।
-बृहस्पतिवार प्रदोष व्रत करने से शत्रुओं का नाश होता है।
-शुक्रवार प्रदोष व्रत करने से जीवन में सौभाग्य की वृद्धि होती है और दांपत्य जीवन में सुख-शांति आती है।
-मान्यताओं अनुसार शनिवार प्रदोष व्रत करने से संतान प्राप्ति की चाह पूरी होती है।