रोड सेफ्टी अवेयरनेस: एआरटीओ दफ्तर में मोटर वाहन बीमा पर हुई कार्यशाला, बीमा कंपनी ने दी जानकारी
फारुख हुसैन
लखीमपुर(खीरी): मुख्य सचिव, उप्र शासन से प्राप्त निर्देशों, डीएम महेंद्र बहादुर सिंह व एसपी गणेश प्रसाद साहा के मार्गदर्शन, निर्देशन में सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने, सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के उद्देश्य से खीरी मे “सड़क सुरक्षा माह” मनाया जा रहा।
परिवहन कार्यालय के रोड सेफ्टी अवेयरनेस हाल में सामान्य बीमा कम्पनी के सहयोग से सड़क सुरक्षा के दृष्टिगत मोटर वाहन बीमा विषय पर वर्कशाप का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में जनपद के विभिन्न वाहन यूनियन के पदाधिकारियों, वाहन स्वामियों एवं चालकों ने प्रतिभाग किया तथा साथ ही कार्यालय में आये हुए आवेदको भी शामिल हुए। उक्त एजेंसी द्वारा सड़क सुरक्षा के नियमों, सावधानियों की जानकारी उपलब्ध कराने के साथ वाहन बीमा के सम्बन्ध में विस्तृत चर्चा की।
उक्त वर्कशाप में एआरटीओ प्रशासन आलोक कुमार सिंह, एआरटीओ रमेश कुमार चौबे, सम्भागीय निरीक्षक(प्राविधिक) पंकज तथा अन्य कार्यालय स्टाफ उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अन्त में रोड सेफ्टी से सम्बन्धित स्लोगनों, पेम्फलेट्स, स्टीकर्स व हैंडबिल वितरित कर जनसामान्य को सडक सुरक्षा के सम्बन्ध में जागरूक किया तथा सड़क सुरक्षा शपथ दिलाई।
सड़कों पर एआरटीओ ने चलाया चेकिंग अभियान, कई वाहनों पर कार्यवाही
सड़कों पर एआरटीओ रमेश कुमार चौबे ने टीएसआई जे पी यादव के साथ जनपद के विभिन्न मार्गो पर ड्राइविंग लाइसेंस एवं बीमा चेकिंग की, जिसमें वाहन चालकों को ना केवल चालान हुआ बल्कि उन्हें भविष्य के लिए सचेत किया कि यदि वह इसकी पुनरावृति करेंगे तो उनका वाहन सीज हो जाएगा। एआरटीओ ने सभी विभागाध्यक्ष से भी अनुरोध किया कि वह अपने विभाग में अटैच निजी वाहनों में यह सुनिश्चित करा लें कि उन वाहनों का इंश्योरेंस, फिटनेस एवम कर बकाया अप टू डेट है अथवा नहीं। इंश्योरेंस और फिटनेस होने पर ही वाहन को उपयोग में लें। एआरटीओ ने एक विभाग में संबंध गाड़ी का फिटनेस एवं बीमा खत्म मिलने पर चालान किया।
एआरटीओ ने टीएसआई जे पी यादव के साथ जनपद के विभिन्न मार्गो पर ड्राइविंग लाइसेंस एवं बीमा के विरूद्ध कार्यवाही करते हुए कुल 198 वाहनों को चेक किया, जिसमें नो-ड्राइविंग लाइसेंस के 22 तथा नो- इन्श्योरेंस के 12 वाहनों का चालान किया। साथ ही चालकों को वाहन को नियंत्रित गति से चलाने एवं नशे की हालत में वाहन संचालित न किये जाने हेतु जागरूक किया। तथा मार्ग पर वाहन चालकों एवं जनसामान्य को रोड़ सेफ्टी से सम्बन्धित स्लोगनों, पेम्फलेट्स, स्टीकर्स व हैंडबिल वितरित कर जागरूक किया।