वाराणसी: अंगीठी के कारण दम घुटने से हुई थी रेलकर्मी, उसकी पत्नी और मासूम बच्चे की मौत, पुलिस कर रही अन्य एंगल्स पर भी जांच
ए0 जावेद/ईदुल अमीन
वाराणसी: वाराणसी के काशी स्टेशन पर कार्यरत रेलकर्मी राजीव रंजन पटेल, उनकी पत्नी अन्नू और ढाई साल के मासूम बच्चे की संदिग्ध मौत प्रकरण में आज आज पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हमारी खबर में ज़ाहिर की गई शंका सच साबित हुई है। पोस्टमार्टम करने वाली डॉक्टरों की टीम के प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार मृत्यु का कारण दम घुटने से माना गया है। चिकित्सकों ने कार्बन मोनो ऑक्साइड से नुकसान होने की रिपोर्ट दी है। हालांकि अभी पति और पत्नी की मोबाइल कॉल डिटेल रिपोर्ट आनी बाकी है।
घटना में पुलिस दोनो मृतकों के सीडीआर रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रही है। पुलिस मामले में इस पहलू पर खास गौर करना चाहती है कि पति और पत्नी दोनों का मोबाइल फ्लाइट मोड़ पर क्यो था? इस वजह को जानने की पुलिस कोशिश कर रही है। पुलिस की माने तो जब शव बरामद हुआ तो दोनों के ही मोबाइल फ्लाइट मोड़ पर थे।
बताते चले कि वाराणसी के काशी स्टेशन पर तैनात बिहार के नालंदा नीवासी राजीव रंजन पटेल (33) उनकी पत्नी अन्नू (30) और ढाई साल के मासूम बेटे का शव आवास पर कल संदिग्ध परिस्थितयो में मिला था। सुचना पाकर मौके पर पहुची पुलिस ने तीनो शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया था। घटना स्थल का फारेंसिक टीम ने भी बरीक तरीके से निरिक्षण किया।
मिली जानकारी के अनुसार बिहार नालंदा निवासी राजीव रंजन पटेल (33) पिछले सात- आठ साल से उत्तर रेलवे के काशी स्टेशन पर तैनात थे। रेलवे के दूरसंचार विभाग में ईएसएम पद पर कार्यरत राजीव रंजन पटेल (33), पत्नी अन्नू (30) और ढाई साल के मासूम बेटे हर्ष के साथ स्टेशन के पास ही रेलवे कालोनी में रहते थे। रविवार की सुबह 7 बजे से राजीव की ड्यूटी थी मगर राजीव अपनी ड्यूटी पर स्टेशन नहीं पहुचे तो साथी रेलकर्मियो ने उनके मोबाइल पर संपर्क किया, जो बंद बता रहा था।
शंका होने पर रेलकर्मी राजीव के आवास पर पहुंचे तो दरवाज़ा अन्दर से बंद था और खटखटाने पर काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला। जिसके बाद किसी अनहोनी की आशंका में रेलकर्मियो ने स्थानीय आरपीएफ को इसकी सूचना दी। मौके पर पहुची आरपीएफ दरवाजा तोड़ अंदर दाखिल हुई तो कमरे के अंदर तीनों मृत अवस्था में बेड पर पड़े मिले। यह जानकारी मिलते ही अन्य साथी रेलकर्मी भी मौके पर पहुंच गए।
घटना की सुचना आदमपुर पुलिस को दी गई जिसके बाद आदमपुर थाना प्रभरी इस्पेक्टर अजीत वर्मा, आदमपुर चौकी प्रभारी राजीव रंजन और अन्य पुलिस टीम मौके पर पहुची और मामले में गहनता से जाँच किया था। जाँच के क्रम में फॉरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया और फारेंसिक की फिल्ड यूनिट ने भी साक्ष्य संकलित किये थे।
घटना स्थल पर कमरे में काफी धुँआ मिला था। जिससे कयास लगाया जा रहा था कि अंगीठी के धुवे से दम घुट सकता है। साथ ही रेलकर्मी के मुह से बिस्तर पर काफी उलटी की स्थिति दिखाई दी। जिससे ज़हर की भी सम्भावना से भी इंकार नही किया जा सकता था। मामले में सबसे अहम बात ये थी कि दरवाज़ा अन्दर से बंद होने के कारण बाहर से अन्दर जाने का कोई भी अन्य वैकल्पिक मार्ग नही होंने से यह तो समझ में आ रहा था कि घर में बाहर से कोई भी अन्दर नही गया।
पुलिस के अनुसार मौके पर दोनों के मोबाइल फ्लाइट मोड में ही मिले। अब सवाल यह है कि घटना वाली रात को परिजनों से रात साढ़े आठ बजे जब राजीव ने वीडियो कॉल पर बात की। सुबह पति और पत्नी को मोबाइल फ्लाइट मोड में मिला। पुलिस अभी कई अन्य एंगल पर भी जांच कर रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ता जाएगा, कुछ और जानकारियां सामने आ सकती हैं