लता मंगेशकर की पुण्यतिथि पर विशेष: जानें स्वर कोकिला के ज़िन्दगी से जुड़ी कुछ अहम बातें
शाहीन बनारसी
स्वर कोकिला लता मंगेशकर की आज पहली पुण्यतिथी है। 6 फरवरी 2022 को उनका निधन हो गया था। उन्होंने 92 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कहा था। आज भले ही लता मंगेशकर को गुजरे एक साल हो गया हो लेकिन उनकी यादें आज भी उनके चाहनेवालों के दिलों में ताजा हैं। उन्होंने 36 भाषाओं में तकरीबन 50,000 से ज्यादा गाने गाए थे। दशकों तक अपनी आवाज के दम पर दुनिया पर राज करने वालीं लता मंगेशकर ने अपने करियर में कई यादगार गाने दिए हैं।
लता जी ने सिर्फ हिंदी और उर्दू भाषाओं के गानों में ही राज नहीं किया बल्कि सारे देश में 36 भारतीय भाषाओं, मराठी, तमिल, भोजपुरी, कन्नड़ा, बंगाली जैसी कई भाषाओं में अपनी आवाज दी। हालांकि, पिछले साल उनके चाहनेवालों को बड़ा झटका लगा जब उन्होंने ठीक एक साल पहले दम तोड़ दिया। उनकी पहली पुण्यतिथी पर उनसे जुड़ी कुछ बातों के बारे में आपको बताते हैं-
लता मंगेशकर की बहन और मशहूर गायिका आशा भोंसले के बारे में तो सभी जानते हैं। लता जी के परिवार में सभी कलाकार थे। उनके पिता एक थिएटर चलाया करते थे। एक दिन उन्होंने लता को गाते हुए सुना और उनकी मां से कहा कि हमारे घर पर ही एक गायक है। उनकी दो छोटी बहनें मीना खाड़ीकर और ऊषा मंगेशकर भी सिंगर हैं।
साल 1963 में लता दीदी को धीमा जहर देकर मारने की कोशिश की गई थी। इसकी वजह से उनकी तबीयत इतनी खराब हो गई थी कि महीनों तक वो खुद बेड से नहीं उठ पाईं। हालांकि इसके बावजूद इसका कोई भी गहरा असर उनकी आवाज की पहचान को दबाने में कामयाब नहीं हो पाया। ऐसे में लता मंगेशकर ने इस दर्दनाक हादसे के बात भी कई सुपरहिट गाने दिए। हालांकि जहर किसने दिया ये बात स्वर कोकिला जानती थीं लेकिन कोई ठोस सबूत ना होने के कारण उन्होंने उस नाम का खुलासा नहीं किया।
पॉपुलर सिंगर लता मंगेशकर को शादी में गाना गाना बिल्कुल पसंद नहीं था। ऐसा करना उनके सम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा था। इस बात का खुलासा खुद उनकी बहन आशा भोसले ने किया था। आशा ने बताया था कि दिवंगत सिंगर को एक हाई-प्रोफाइल शादी में गाना गाने के लिए लाखों रुपए का ऑफर दिया गया था जिसे उन्होंने बिना देरी किए ठुकरा दिया क्योंकि ऐसा करने उनके आदर्शों के खिलाफ था।
एक इंटरव्यू के दौरान स्वर कोकिला से सवाल किया गया था कि दोबारा जन्म मिलने पर क्या वह फिर से लता मंगेशकर बनना चाहेंगी? इस पर उन्होंने कहा था कि वो कभी लता मंगेशकर नहीं बनना चाहेंगी। क्योंकि लता मंगेशकर ने जो संघर्ष, तकलीफें और परेशानियां झेली हैं वो सिर्फ वहीं जानती हैं। मालूम हो कि लता मंगेशकर की जिंदगी बचपन से लेकर आखिरी सांस तक तकलीफों से भरी रही। नन्ही सी उम्र में ही उन्हें घर की जिम्मेदारियों का बोझ अपने कंधे पर उठाना पड़ा।
स्वर कोकिला आज हमारे बीच तो नहीं है मगर हमारे दिलों जो आज भी जिंदा है और हमेशा रहेंगी। उन्होंने फ़िल्मी दुनिया को अपनी खुबसूरत आवाज़ से निखार दिया है। उन्होंने अपनी सुन्दर आवाज से मराठी, तमिल, भोजपुरी, कन्नड़ा, बंगाली जैसी कई भाषाओं में गीत गाये है। युवाओ के दिलो को उनके गीत खूब भाते है जो आज भी युवाओ के दिलों पर राज़ करती है।