तुर्की-सीरिया में भूकंप से मरने वालो की संख्या हुई 24 हज़ार के पार, बोले पीएम मोदी “भारत तुर्की के साथ”
संजय ठाकुर
डेस्क: तुर्की और सीरिया में आए भूकंप को करीब पांच दिन हो चुके हैं, लेकिन यहां मलबे के नीचे से लाशों के निकलने का सिलसिला अभी भी जारी है। बताते चले कि सोमवार को तुर्की और पड़ोसी देशों में भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। सोमवार को तुर्की में आये 7.8 तीव्रता के भूकंप से हाहाकार मच गया। भूकंप इतना खतरनाक था कि इसका असर सीरिया, लेबनान और इजराइल में भी महसूस किए गए। तुर्की में आये भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। हर ओर लाशें बिछी हुई है। भूकंप के तांडव के ज़द में कई जाने जा चुकी है।
भूकंप का तांडव हर और नज़र आ रहा है। हर ओर चीख पुकार मची है। भूकंप के कहर से हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। भूकंप के कहर से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। तबाही का मंजर यह है कि शहर के शहर बर्बाद हो चुके हैं और सबकुछ खत्म हो चुका है। इसके बावजूद लोगों को आस है कि मलबे के नीचे उनका कोई अपना फंसा होगा और वो जिंदा होगा। हालांकि, दोनों देशों में मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तक 24 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और यह संख्या अभी भी बढ़ सकती है।
भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। जानकारी के अनुसार तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के बाद से शुक्रवार देर रात तक 24 हजार से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और व्यापक तबाही के बीच मरने वालों की संख्या में वृद्धि जारी है। न्यूज एजेंसी द एसोसिएटेड प्रेस ने यह जानकारी दी है। तुर्की के सरकारी मीडिया अनादोलु के अनुसार, तुर्किये के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका ने कहा कि इस सप्ताह आए भूकंप में कम से कम 20,213 लोग मारे गए हैं और 80,052 घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि मलबे से बचाए गए नागरिकों को भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के बाहर प्रांतों में स्थानांतरित कर दिया गया है। कोका ने कहा कि जिन लोगों की पहचान नहीं हुई है, उनकी डिजिटल तस्वीरें मिलान के लिए विशेष सॉफ्टवेयर पर अपलोड की जा रही हैं।
वही इस बीच दुनियाभर के देशों से राहत और बचाव दल प्रभावित इलाकों में पहुंच रहे हैं। भारत उन देशों में रहा जिसने सबसे पहले अपनी टीमों को रवाना किया। भारत ने मदद के लिए “ऑपरेशन दोस्त” अभियान चलाया हुआ है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय टीमें जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते रहेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ट्वीट में कहा, “भूकंप प्रभावित तुर्किये में राहत और बचाव कार्यों में मदद के लिए ऑपरेशन दोस्त के तहत भारतीय टीमें दिन-रात काम कर रही हैं। वे ज्यादा से ज्यादा जीवन और संपत्ति बचाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देते रहेंगे। इस नाजुक समय में भारत तुर्की के लोगों के साथ मजबूती से खड़ा है।“
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची को कुछ तस्वीरों और वीडियो को पोस्ट किया है जिसमें भारतीय टीमें लोगों की मदद करते हुए नजर आ रही हैं। प्रधानमंत्री ने उनके ट्वीट को रिट्वीट किया है। बागची ने अपने पोस्ट में लिखा, भारतीय सेना के चिकित्सा विशेषज्ञों की टीम 24×7 काम कर रही है और घायलों को राहत मुहैया करा रही है। अधिकारियों ने बताया कि तुर्किये के इस्केंदरुन में भारतीय सेना के फील्ड हॉस्पिटल में अबतक 106 से ज्यादा लोगों का इलाज किया गया है।
भूकंप से तबाही के बीच एनडीआरएफ के जवानों ने भूकंप प्रभावित तुर्की में ढही हुई इमारत के मलबे से आठ साल की एक बच्ची को बचाया। बल के प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा कि एनडीआरएफ ने तुर्किये सेना के जवानों के साथ गाजियांटेप प्रांत के नूरदगी शहर में अभियान चलाया। बचाव कर्मियों ने अब तक मलबे से दो लोगों की जान बचाई है और 13 शव निकाले हैं। एनडीआरएफ का बचाव अभियान सात फरवरी से तुर्की के भूकंप प्रभावित इलाकों में जारी है। बताते चले कि एनडीआरएफ के जवानों ने गुरुवार को इसी इलाके से छह साल की एक बच्ची को रेस्क्यू किया था।