राजस्थान से अगवा कर हरियाणा में हत्या, कार में जली हाल में मिला जुनैद और नासिर का शव, परिजनों ने लगाया बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर अपहरण कर हत्या का आरोप, जाने क्या है पुरा मामला
ईदुल अमीन (इनपुट: अब्दुल रज्जाक)
डेस्क: हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों की सीमा से सटे राजस्थान के भरतपुर ज़िले का घाटमीका गांव के दो मुस्लिम युवकों का अपहरण कर क़रीब 250 किलोमीटर दूर हरियाणा के भिवानी ज़िले में गाड़ी समेत ज़िदा जलाकर हत्या का आरोप है। बताते चले कि भरतपुर में गोपालगढ़ थाने से क़रीब 250 किलोमीटर दूर 16 फ़रवरी को पुलिस को एक जली हुई गाड़ी और जले हुए शव मिले थे। स्थानीय मीडिया के रिपोर्ट्स को आधार माने तो शव मिलने की सुचना पर पहुचे पुलिस की फॉरेंसिक टीम और अन्य पुलिस अधिकारियों ने घटना के सबूत जुटाए थे।
मीडिया रिपोर्ट इस खबर के सम्बन्ध में जो आई उसके अनुसार स्थानीय लोग सुबह जब सो कर उठे तो उन्होंने गांव के बाहर गाड़ी जली हुई हालत में खड़ी देखी। गांव वालों ने इसकी सूचना गांव के सरपंच को दी और सरपंच ने मामले की सूचना पुलिस तक पहुंचाई। जिसके बाद मौके पर पहुची पुलिस ने मामले में छानबीन शुरू किया और शव को पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया। जिसके बाद तफ्तीश के दरमियान मृतकों की शिनाख्त भरतपुर तहसील स्थित गोपालगढ़ थाना क्षेत्र के घाटमीका गाँव के निवासी जुनैद और नासिर के रूप में हुई। जुनैद और नासिर के चचेरे भाई इस्माइल ने गोपालगढ़ थाने में इस सम्बन्ध में पंद्रह फरवरी को गुमशुदगी दर्ज करवाई थी।
इस मामले में शव की शिनाख्त मृतकों के परिजनों ने किया। पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव को परिजनों के हवाले कर दिया। मगर परिजनों ने अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। जिसके बाद मामले की गंभीरता को देखते हुए भरतपुर रेंज आईजी, एसपी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौक़े पर पहुँचे। कुछ घंटों की बातचीत के बाद परिजन शव को दफ़नाने के लिए राज़ी हो गए हैं। इस मामले में परिजनों ने अपहरण कर ज़िंदा जलाकर मारने का आरोप बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लगाए हैं। मृतक के परिजनों की तहरीर पर हरियाणा के अलग-अलग जगह के रहने वाले पांच युवकों के ख़िलाफ़ पुलिस ने नामजद एफआईआर दर्ज की है।
इस सम्बन्ध में मृतक के चचेरे भाई इस्माइल ने मीडिया से बात करते हुवे बताया है कि गोपालगढ़ थाने पर उसने अपने भाइयो की गुमशुदगी दर्ज करवाया था जिसमे लिखा कि “पंद्रह फ़रवरी को सुबह क़रीब पांच बजे जुनैद और नासिर अपनी हरियाणा नंबर गाड़ी से अपने निजी काम से बाहर गए हुए थे।” इस्माइल ने बताया कि जब वह अपनी भाइयो की तलाश कर रहा था कि “सुबह 9 बजे एक दुकान पर कुछ लोगों ने बताया कि दो युवकों को आठ-दस लोगों ने बुरी तरह पीटा। दोनों को गंभीर हालत में गाड़ी में डाल कर ले गए हैं। जिसके बाद जब मैंने फ़ोन किया तो दोनों भाइयों के मोबाइल ऑफ़ थे।” इस्माइल ने आगे कि बातचीत में कहा, “वहीं मौजूद लोगों ने हमें बताया कि पीटने और अपहरण करने वाले बजरंग दल के लोग थे। हमें उनके नाम भी बताए।”
ऐसी चर्चाएं हैं कि दोनों युवकों को गौ तस्करी के शक में अपहरण कर ज़िंदा जलाया गया है। जबकि इस मामले के जांच अधिकारी और गोपालगढ़ थाना प्रभारी राम नरेश ने कहा है कि “मृतकों के पास कोई गौवंश नहीं मिला है और एफआईआर में भी गौ-तस्करी का ज़िक्र नहीं है। हम हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं। जांच पूरी होने के बाद ही सही कारण सामने आएगा। दोनों मृतक पहाड़ी थाना इलाक़े के घाटमीका गांव के रहने वाले थे। परिजनों ने शिकायत दी है कि हमारे बच्चे रिश्तेदारी में जा रहे थे। तभी उनको गोपालगढ़ थाना इलाक़े के पीरूका गांव से बजरंग दल के लोग उठा कर ले गए।”
Location: Bhiwani, Haryana
Family members accuse Bajrang Dal cow vigilantes of kidnapping two Muslim men, Junaid and Nasir, who were later found dead their with bodies charred in a burnt car.
Both the men are residents of Gopalgarh village in Bharatpur district of Rajasthan. pic.twitter.com/WnFqc3EjvY
— HindutvaWatch (@HindutvaWatchIn) February 17, 2023
जुनैद पैंतीस साल और नासिर तीस साल की उम्र के थे। जुनैद के छह बच्चे हैं और नासिर के अभी कोई औलाद नहीं थी। चचेरे भाई इस्माइल ने कहा, “जुनैद और नासिर खेत पर भी काम करते थे और बड़ी गाड़ी (ट्रक) भी चलाते थे। इस्माइल ने मीडिया से बात करते हुवे कहा है कि “पुलिस शवों को ले आई और पोस्टमार्टम के बाद शव हमें दे दिए। पहले परिवार ने बिना किसी आश्वासन के शव को दफनाने से मना कर दिया था।” हालांकि इस मामले में मौके पर पहुची राजस्थान सरकार की मत्री जाहिदा खान ने मृतकों के परिजनों को एक एक सरकारी नौकरी और 15-15 लाख रुपया मुआवजा, तथा मामले में कड़ी कानूनी कार्यवाही का आश्वासन दिया।
मृतकों पर गो-तस्करी के आरोप पर इस्माइल ने कहा कि “वे बोलेरो गाड़ी में थे। इनके पास से कुछ नहीं मिला है। कुछ होता तो पुलिस को तो मिलता। यह सब झूठे आरोप हैं। कोई कभी अपराधिक मामला भी दर्ज नहीं था इन पर। यह सब सिर्फ महज़ एक झूठे आरोप है।” पुलिस ने परिजनों के तहरीर के आधार पर अनिल, श्रीकांत, रिंकू सैनी, लोकेश सिंघला और मोनू के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 143, 365, 367, 368 के तहत मामला दर्ज किया गया। अब जब हरियाणा में जली गाड़ी में दोनो के शव मिलने की पुष्टि हो गई है तो धाराएं भी बदल सकती है। राजस्थान में दर्ज एफआईआर में मृतकों के चचेरे भाई इस्माइल ने सभी अभियुक्तों को बजरंग दल से जुड़ा होने का आरोप लगाया गया है।
हालंकि इस मामले में अभी तक बजरंग दल के तरफ से कोई बयान सामने नही आया है। वही ऍफ़आईआर में नामज़द मोनू मानेसर जो खुद को हरियाणा के बजरंग दल का गौरक्षा प्रान्त प्रमुख बताता है के द्वारा एक वीडियो बयान जारी कर सभी आरोपों को निराधार बताया है। मोनू ने हरियाणा पुलिस को टैग करते हुए एक सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर जारी कर लिखा है, ‘गोपालगढ़ थाना क्षेत्र में जो घटना हुई, मैं और मेरे साथी गुरुग्राम के एक निजी होटल में रुके 14 से 15 तारीख़ की दोपहर तक। हमारा इस घटना से कोई संबंध नहीं है। जो आरोप हमारे ऊपर लगाए जा रहे हैं। वो बिल्कुल निराधार हैं। बजरंग दल की कोई टीम वहां नहीं थी। सोशल मीडिया से मालूम हुआ है। वो घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इस घटना में जो भी कोई शामिल हो उसको बख़्शा नहीं जाए। इस मामले में मैं और मेरी टीम नहीं है। हम इस मामले में पुलिस का सहयोग करने के लिए तैयार हैं। लेकिन, जो भी नाम इसमें दिए गए हैं। वह बिल्कुल निराधार हैं।”
वही राजस्थान और हरियाणा दो राज्यों से जुड़े इस मामले में राजस्थान के मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से घटना की आलोचना करते हुवे लिखा है कि “भरतपुर के घाटमीका निवासी दो लोगों की हरियाणा में हत्या निंदनीय है। राजस्थान एवं हरियाणा पुलिस समन्वय बनाकर कार्रवाई कर रही है। एक अभियुक्त को हिरासत में लिया गया है। अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है। राजस्थान पुलिस को सख़्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।”