चुनाव आयोग ने दिया फैसला “शिवसेना” नाम और चुनाव निशान “धनुष बाण” हुआ शिंदे गुट का, उद्धव ठाकरे गुट को लगे झटके पर बोले संजय राऊत “ये खरीदा हुआ फैसला है, इन्साफ नही है”
तारिक़ खान
मुंबई: महाराष्ट्र में शिवसेना को लेकर चल रहे विवाद में एकनाथ शिंदे गुट आज शुक्रवार को बड़ी सफलता हाथ लगी है जबकि उद्धव ठाकरे को एक बड़ा झटका लगा है। केंद्रीय चुनाव आयोग ने ‘शिवसेना’ पार्टी पर और इसके सिंबल ‘धनुष-बाण’ पर वास्तविक अधिकार शिंदे गुट का करार दिया है। आयोग ने आदेश दिया है कि पार्टी का नाम “शिवसेना” और पार्टी का प्रतीक “धनुष और तीर” एकनाथ शिंदे गुट द्वारा बनाए रखा जाएगा।
The Election Commission of India today ordered that the party name “Shiv Sena” and the party symbol “Bow and Arrow” will be retained by the Eknath Shinde faction. pic.twitter.com/cyzIZCm8sh
— ANI (@ANI) February 17, 2023
चुनाव आयोग के इस फैसले को एकनाथ शिंदे गुट की सफलता और उद्धव ठाकरे गुट को एक बड़ा झटका माना जा रहा है। उद्धव ठाकरे गुट के नेता और सांसद संजय राउत ने चुनाव आयोग के इस फ़ैसले को खरीदा हुआ फ़ैसला बताया है। उन्होंने कहा है कि यह इन्साफ नही है। हम अपने नए चुनाव निशान के साथ जनता के बीच जायेगे।
VIDEO | "We are not worried. We will go to people with a new symbol," says Shiv Sena (Uddhav Balasaheb Thackeray) leader Sanjay Raut after Election Commission recognised Eknath Shinde faction as real Shiv Sena and ordered the allocation of 'bow and arrow' symbol to it. pic.twitter.com/tYEhJrTyVq
— Press Trust of India (@PTI_News) February 17, 2023
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, “ये न्याय नहीं है, जैसे महाराष्ट्र की ये जो सरकार बनी है उसे कहा जाता है कि ये खोटी सरकार है। करोड़ों रुपये ऊपर से नीचे तक पानी की तरह बहाया गया है। वो पानी कहां तक पहुंचा है वो आज सबने देखा। लेकिन हमें फ्रिक करने की ज़रूरत नहीं है, जनता हमारे साथ है। हम नया चिन्ह लेकर जाएंगे और जनता के दरबार में इसी शिवसेना को खड़ा करके दिखाएंगे।”
मिल रही जानकारी के मुताबिक़ इस मसले पर उद्धव ठाकरे आज रात 8:30 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। गौरतलब हो कि बीते साल एकनाथ शिंदे, शिवसेना के कुल 55 विधायकों में से 39 विधायक लेकर अलग हो गए थे। इसके बाद उन्होंने असली शिवसेना पार्टी होने का दावा किया था और उद्धव ठाकरे ने भी असली शिवसेना होने का दावा किया था। विवाद बढ़ा तो ये मामला चुनाव आयोग के पास गया। आयोग को ये उसे तय करना था कि आखिर कौन सा गुट आधिकारिक रूप से असली शिवसेना होगा। अब चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे गुट के पक्ष में फ़ैसला सुनाया है।