हैरान हो जायेगे आप इस खबर को पढ़कर: बेटे ने ही दिया अपने बाप नाथूराम को मारने के लिए अपनी माँ के आशिक को सुपारी, पैसे पड़े कम तो माँ ने भी खोल दी तिजोरी और कहा बचना नही चाहिए
ईदुल अमीन (इनपुट: अब्दुल रज्जाक थोई)
जयपुर: राजस्थान के भरतपुर जिले की इस घटना को जो भी सुन रहा है दांतों तले उंगलियाँ दबा ले रहा है। घटना ऐसी कि रिश्तो पर से यकीन ही उठ जाए। एक हत्या के आरोप में राजस्थान पुलिस ने मृतक के बेटे, मृतक की पत्नी और उसके आशिक को गिरफ्तार कर हत्या का खुलासा किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि यह एक सुपारी हत्या थी। सुपारी देने वाला कोई और नही बल्कि मृतक का सगा बेटा था। उसने सुपारी जिसको दिया था वह उसकी माँ यानी मृतक के पत्नी का आशिक था। सुपारी में पैसे कम पड़े तो माँ ने भी तिजोरी खोल दिया और कहा बचना नही चाहिए।
मामला भरतपुर उद्योग नगर थाना क्षेत्र स्थित अजान गांव में 15 फरवरी की सुबह नहर के किनारे मिली लाश का था। इस ब्लाइंड मर्डर मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी, मृतक के बेटे और मृतक की पत्नी के आशिक को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्त में मृतक की पत्नी रनिया, मृतक का बेटा दीपक और मृतक की पत्नी का आशिक सुखबीर उर्फ सुक्खी निवासी छोटा नगला गांव अजान है। हत्या के लिए पैसे कम पड़ जाने पर मृतक की पत्नी ने पैसे दिए थे कि बचना नही चाहिए घटना ऐसी करो।
इस सम्बन्ध में भरतपुर के पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि 15 फरवरी की सुबह अजान गांव में नहर किनारे एक व्यक्ति का शव मिलने की सूचना पर एसएचओ उद्योग नगर महेंद्र कुमार राठी मय टीम के मौके पर पहुंचे। मौत संदेहास्पद लगने पर आरबीएम अस्पताल के मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया गया। इस दौरान मृतक नाथूराम के बेटे दीपक ने अज्ञात के विरुद्ध पिता की हत्या किये जाने की तहरीर दिया था जिसको दर्ज कर पुलिस मामले की जाँच में जुट गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी श्याम सिंह द्वारा एएसपी बृजेश ज्योति उपाध्याय और सीओ सतीश वर्मा को आवश्यक दिशा निर्देश दिया और मामले में थानाधिकारी महेंद्र कुमार राठी के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम गठित की गई।
इस पुलिस टीम द्वारा गोपनीय तरीके से मृतक के आस पड़ोस में पूछताछ की गई। पूछताछ में सामने आया कि रनिया मृतक नाथूराम की दूसरी पत्नी है। जिसका इसी गांव के निवासी उसकी बहन के देवर सुखबीर उर्फ सुक्खी के साथ नाजायज संबध है। दूसरी ओर मृतक का बेटा दीपक काफी कर्ज में है। कर्जा चुकाने के लिए दीपक जमीन बेचने का पिता पर दबाव बना रहा था, मगर नाथूराम ज़मीन बेचना नही चाहता था। दूसरी तरफ नाथूराम की अपनी पत्नी रनिया के नाजायज सम्बन्ध को जान गया था और वह उसके बीच एक रोड़ा बन रहा था।
इस रोड़े को निकाने के लिए दोनों ने सुखबीर जो नाथूराम की पत्नी का आशिक है के साथ मिलकर नाथूराम के हत्या की योजना बनाई। सुपारी का 2 लाख देने के लिए रकम का इंतज़ाम करने में लग गये। दीपक ने 1 लाख रुपया कर्ज लिया और 20 हजार अपनी पत्नी का मंगलसूत्र बेचकर हासिल किये। मां रनिया ने भी इसमें 10 हज़ार का सहयोग किया। इस पर आरोपी रिश्तेदार नाथूराम को बात करने के बहाने अपने साथ ले गया और उसकी गला घोट कर हत्या कर दी। जहा रानिय के प्रेमी सुखवीर ने साथ दिया। हत्या कर रिश्तेदार ने मृतक के बेटे दीपक को सूचना दी। दीपक ने दूसरी मां रनिया को खबर दे दी। बाद में दोनों अनजान बनते रहे और बिना सूचना दिए दाह संस्कार करने की तैयारी में थे, पर राहगीर से मिली सूचना पर इनके मंसूबे कामयाब नहीं हो गए।