शिवसेना का नाम और सिम्बल हासिल करने के लिए 2 हज़ार करोड़ रूपये में हुआ है सौदा: संजय राऊत
शाहीन बनारसी (इनपुट: सायरा शेख)
डेस्क: शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह शिंदे गुट को मिलने के बाद से उद्धव ठाकरे गुट लगातार सरकार और इलेक्शन कमीशन पर हमलावर है। बताते चले कि शिवसेना में चल रहे विवाद के बीच शिवसेना नाम और उसका सिम्बल इलेक्शन कमीशन ने शिंदे गुट को देने का एलान किया है। इसके बाद आज रविवार को सने राऊत ने बड़ा आरोप लगाया है कि शिवसेना का नाम और सिम्बल पाने के लिए 2 हज़ार करोड़ में सौदा हुआ है।
मुझे यकीन है…
चुनाव चिन्ह और नाम हासिल करने के लिए अब तक 2000 करोड़ के सौदे और लेन-देन हो चुके हैं…
यह प्रारंभिक आंकड़ा है और 100 फीसदी सच है..
जल्द ही कई बातों का खुलासा होगा.. देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ था.@ECISVEEP @PMOIndia pic.twitter.com/qokcT3LkBC— Sanjay Raut (@rautsanjay61) February 19, 2023
शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट के नेता एवं राज्य सभा सांसद संजय राउत ने आज रविवार को यह आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि शिवसेना पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न को खरीदने के लिए 2000 करोड़ रुपये का सौदा हुआ। जल्द ही इस दावे के लिए वह साक्ष्य भी पेश करेगे। राउत ने अपने ट्वीट में दावा किया कि 2,000 करोड़ रुपये का सौदा शुरुआती आंकड़ा है और यह 100 फीसदी सच है। उन्होंने चेतावनी देते हुवे कहा है कि बहुत जल्द ऐसी बहुत सी चीजों का पर्दाफाश होगा, जो देश के इतिहास में कभी नहीं हुई हैं।
इस बीच शिंदे गुट ने राउत के दावे को खारिज किया है। गौरतलब है कि पिछले साल जून में शुरू हुए एक विवाद पर फैसला सुनाते हुए चुनाव आयोग ने इसी शुक्रवार शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और तीर-धनुष प्रतीक चिन्ह देने का फैसला किया। जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गयी है। इसके बाद ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपना गुस्सा जाहिर किया और चुनाव आयोग तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा था।