मानसिक विक्षिप्त बालक को महेवागंज पुलिस ने ‘अपनों’ से मिलाया
फारुख हुसैन
महेवागंज(खीरी): जिले की पुलिस का मानवीय चेहरा फिर सामने आया है जहां एक मानसिक बीमार मासूम बच्चे को अपनों से मिलाया है। मानसिक तौर पर बीमार मासूम अपने घर से बिना बताए रात्रि में निकल आया था, बच्चे को पाकर परिजनों ने महेवागंज पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया है। मानसिक तौर पर बीमार मासूम बालक घर से परिजनों को कुछ बताए 16/17 मार्च 2023 कि सुबह लगभग 2:30 बजे जिसकी उम्र करीब 10 वर्ष है, जा रहा था तभी रात्रि गश्त मे निकली महेवागंज पुलिस टीम ने देखा कि दहिर बाबा भल्ला धर्म कांटा के आगे मासूम बच्चा सड़क पर चला जा रहा था जिसे कुछ आवारा कुत्ते काटने का भी प्रयास कर रहे थे।
महेवागंज चौकी पुलिस टीम ने उसे अपने सुपुर्द लेकर आवारा जानवरों से बचाते हुए उससे पूछताछ करना चाही बोलने में अक्षम होने के कारण पुलिस उसे अपने साथ लेकर इधर-उधर इसके परिजनों के बारे में पूछताछ करने लगी जबकि आसपास इलाकों में टाडा, हाजी पुरवा काफी जगह तलाशने के बाद एक बुजुर्ग ने बताया कि बच्चे का नाम चांद बाबू पुत्र कुर्बान अली निवासी ग्राम मुस्लिम नगर हाजी पुरवा कोतवाली सदर जनपद खीरी है। यह लड़का मानसिक तौर पर बीमार रहने के कारण बोलने समझने में असमर्थ है। बिना बताए इधर उधर चला जाता है। परिजनों के पास पहुंचकर पूछा गया कि आपका बच्चा कहा है उन्हें स्वयं ही नही पता था कि बच्चा कहाँ है क्योकि देर रात के समय सभी सो रहे थे, लड़का न पाकर मां और परिवार रोने लगा।
रोती हुई मां ने बताया कि इस बच्चे का पैर बांधकर हमेशा रात में रखते हैं अक्सर ही बिना बताए निकल जाता है तब पुलिसकर्मियो ने मासूम को दिखाया कि यही बालक है परिवार जनों को मासूम बालक को सुपुर्द किया गया। बच्चे की माता सबीना अपना खोया हुआ लाल पाकर फूले नहीं समा रही थी। महेवागंज पुलिस का आभार प्रकट कर रही थी। बच्चे की मां ने बताया कि हमारा बच्चा मानसिक रूप से विछिप्त है जो बोल नहीं सकता।
जानकारी के मुताबिक मामला सदर कोतवाली की महेवागंज चौकी क्षेत्र का है जहाँ इलाके के दहिर बाबा भल्ला धर्म कांटा के पास समय रात्रि लगभग 2 बजकर 30 मिनट पर 10 वर्षीय मासूम सड़क किनारे टहलता मिला जिसे कुछ कुत्तो द्वारा काटने का प्रयास किया जा रहा था पुलिस ने तत्काल कुत्तों को भगाकर मासूम से नाम पता समेत उसके यहा पहुचने की वजह पूछी तो वह चुप रहा और सिर हिल्लाता रहा यह देख पुलिस पूरा मामला समझ गई। काफी देर रात होने के कारण बच्चे को साथ लेकर इधर उधर मासूम के परिजनों की तलाश शुरू कर दिया। काफी जगहों पर जगा-जगा कर लोगों को पूछने पर अन्ततः दो घण्टे बाद एक बुजुर्ग के बताने पर मासूम के परिजनों के घर पहुंचकर दरवाजा खटखटाया।
देर रात के चलते सभी सो रहे थे दरवाजा खुलने पर पूछा गया कि आपका बच्चा कहा है देखने पर बच्चा गायब था। मां और परिवार के लोग रोने लगे लडके को दिखाया गया कि यही बालक है। सारा हाल बताकर बालक को परिजनो के सुपुर्दगी में दे दिया। खोया हुआ बच्चा पाकर मां व परिवार मे खुशी का ठिकाना न रहा। इस बाबत मे जब महेवागंज चौकी पर नियुक्त उप निरीक्षक संदीप यादव, हेड कांस्टेबल नीरज कुमार सिंह से जानकारी चाही गई तो उन्होंने बताया कि मासूम बच्चे की उम्र लगभग 10 वर्ष है रात्रि गश्त के दौरान लगभग देर रात 2:30 बजे धर्मकांटे के पास सड़क पर मिला जिसे कुछ आवारा कुत्तों ने घेर रखा था। कुत्तों को खदेड़ने के बाद हम लोगों ने बालक से नाप पता पूछना चाहा किंतु कुछ भी बताने में असमर्थ था।
हम लोगों ने अनुमान लगा लिया कि यह मानसिक रूप से बीमार है इसलिए कुछ भी बताने में असमर्थ हैं लड़के को साथ मे लेकर इधर उधर परिजनों की तलाश शुरू किया। लगातार प्रयास करने के बाद आखिरकार दो घण्टे बाद एक बुजुर्ग ने स्पष्ट किया कि मासूम बच्चे का नाम चांद बाबू पुत्र कुर्बान अली निवासी ग्राम मुस्लिम नगर हाजी पुरवा कोतवाली सदर जनपद खीरी है और यह मानसिक तौर पर बीमार है। मासूम बालक को परिजनों को सौंप दिया गया। महेवागंज चौकी पुलिस ने उन्हें भविष्य में मासूम का ध्यान रखने की हिदायत दी। इस प्रंसनीय व सराहनीय कार्य को करने में शामिल महेवागंज चौकी पर नियुक्त उप निरीक्षक संदीप यादव,हेड कांस्टेबल नीरज कुमार सिंह, आरक्षी अरविंद कुमार की सजगता के चलते एक परिवार से बिछड़ा बच्चा अपने परिवार तक मिलाया है गौरतलब हो कि रात को बिछुड़े हुए मानसिक बीमार मासूम को उसके परिजनों तक पहुंचाने के लिए जो महेवागंज पुलिस टीम द्वारा उल्लेखीय कार्य किया गया है, उसकी क्षेत्र के लोगों द्वारा प्रशंसा व जमकर तारीफ की जा रही है।