वाराणसी: चचेरे भाई शुभम ने अपने नाबालिग दोस्त और पड़ोस के चाचा राहुल के साथ मिल कर किया था मासूम किशोरी से बलात्कार, सैकड़ो कैमरों की निगरानी के बाद पंहुचा कैंट पुलिस का हाथ अभियुक्तों की गिरेबाँ तक
ए0 जावेद
वाराणसी: वाराणसी के कैंट थाना क्षेत्र में गुरूवार की रात में मिली 11 वर्ष की बच्ची के दुष्कर्म और अप्राकृतिक दुष्कर्म कर फेकी गई लाश के आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अभियुक्त में एक बच्ची का चचेरा भाई, उसका एक नाबालिग दोस्त सहित, पड़ोस का चाचा है। तीनो ने बच्ची से सामूहिक दुष्कर्म और अप्राकृतिक दुष्कर्म करके उसकी हत्या कर लाश फेक दिया है। गिरफ्तार अभियुक्तो में एक किशोर, मृत बच्ची का चचेरा भाई शुभम उर्फ़ पुप्पू और पड़ोस का चाचा सनोज उर्फ़ राहुल सिंह है।
बताते चले कि बीते गुरूवार की रात थाना क्षेत्र के एक इलाके की निवासिनी 11 साल की मासूम बच्ची की लाश मिली थी। पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया था। जिसके पोस्टमार्टम से खुलासा हुआ कि मासूम बच्ची के साथ गैंग रेप और अप्राकृतिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया गया है। इसके बाद उसकी हत्या कर लाश को एक खंडहर नुमा इमारत में फेक दिया गया था।
मामले में जाँच करने पर पुलिस को मिले इलेक्ट्रानिक साक्ष्यो और अन्य सूत्रों के माध्यम से इकठ्ठा जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक किशोर सहित मृतका के चचेरे भाई शुभम और पड़ोस के एक चाचा राहुल को गिरफ्तार किया है। किशोर राहुल का दोस्त है और एक टेंट हाउस में कर्मचारी है। तीनो ने ही मिल कर बच्ची का गैंग रेप, अप्राकृतिक दुष्कर्म किया था और उसके बाद बच्ची की हत्या कर शव खंडहरनुमा इमारत में फेक कर फरार हो गये थे।
कैसे पहुची पुलिस अभियुक्तों के गिरेबाँ तक
पुलिस ने सैकड़ो कैमरों की निगरानी शुरू किया। कैमरों में कुछ साक्ष्य तो हासिल हो रहे थे, मगर गतिविधियों पर बड़ा शक किसी पर नही जा रहा था। आखिर पुलिस के हाथ थोडा और साक्ष्य एक कैमरे की निगरानी में मिला जब आरोपियों की गतिविधिया संदिग्ध दिखाई दी। इसके बाद जैसे जैसे उनके लोकेशन और अन्य साक्ष्य इकठ्ठा किया गया तो शक पुख्ता हो गया। पुख्ता साक्ष्यो के आधार पर पुलिस ने मुखबिर की सुचना पर तीनो आरोपियों को आज उस समय दोपहर में गिरफ्तार किया जब वह कही भागने की फिरका में थे। पुलिस पूछताछ में आखिर आरोपियों ने सच उगला और सच सुनकर पुलिस भी आवक रह गई कि कोई इंसान इतनी शर्मनाक और निर्दई घटना को कैसे अंजाम दे सकता है।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में इस्पेक्टर कैंट प्रभुकांत, इस्पेक्टर क्राइम विजय कुमार, एसआई इंद्रा कान्त मिश्रा, चौकी इंचार्ज फुलवरिया सौरभ पाण्डेय, एसआई राकेश सिंह, राजकुमार, वैभव शुक्ला, विवेक सिंह आदि लोग शामिल थे।