संभल: मंत्री गुलाब देवी से सवाल पूछना पड़ा स्थानीय पत्रकार को भारी, एक स्थानीय भाजपा नेता की शिकायत पर ऍफ़आईआर दर्ज कर पुलिस ने किया गिरफ्तार, सपा ने वीडियो ट्वीट कर साधा सरकार पर निशाना
अजीत कुमार
संभल: संभल में एक स्थानीय युट्यूब चैनल के पत्रकार को मंत्री जी से सवाल करना भारी पड़ गया। सवाल करने का खामियाजा कुछ इस तरह मिला कि एक भाजपा नेता के शिकायत पर पत्रकार के ऊपर ऍफ़आईआर दर्ज कर पुलिस उसको गिरफ्तार कर लेती है। हालांकि पुलिस गिरफ़्तारी की बात की पुष्टि तो करती है मगर गिरफ्तार संजय राणा को पत्रकार मानने से इंकार करते हुवे कहती है कि स्थानीय जिला सुचना कार्यालय में वह पंजीकृत नही है।
संभल में ग्राउंड रिपोर्टर संजय राणा ने BJP सरकार में मंत्री गुलाब देवी से विकास के मुद्दे पर सवाल पूछे तो मंत्री महोदया ने पत्रकार को जेल में डलवा दिया
ये BJP सरकार में अघोषित इमरजेंसी और तानाशाही नहीं तो और क्या है ?
BJP सिर्फ चाटुकार पत्रकारिता चाहती है ,सवाल पूछना मना है ?👇 pic.twitter.com/Ye3lsvtznO
— SamajwadiPartyMediaCell (@MediaCellSP) March 13, 2023
समाजवादी पार्टी ने इस मुद्दे को अपने अधिकृत ट्वीटर से ट्वीट करते हुवे उठाया है और वह वीडियो भी पोस्ट किया है जिसमे संजय राणा मंत्री गुलाब देवी से सवाल पूछ रहा है जिससे मंत्री जी खासी नाराज़ दिखाई दे रही है। बीजेपी सरकार पर निशाना साधाते हुवे समाजवादी पार्टी ने लिखा है कि “संभल में ग्राउंड रिपोर्टर संजय राणा ने BJP सरकार में मंत्री गुलाब देवी से विकास के मुद्दे पर सवाल पूछे तो मंत्री महोदया ने पत्रकार को जेल में डलवा दिया। ये BJP सरकार में अघोषित इमरजेंसी और तानाशाही नहीं तो और क्या है? BJP सिर्फ चाटुकार पत्रकारिता चाहती है, सवाल पूछना मना है?”
पत्रकार संजय राणा पर पुलिस ने मंत्री गुलाब देवी के सरकारी कार्यक्रम में व्यवधान डालने और बीजेपी नेता से मारपीट करने व जान से मारने की धमकी देने के आरोप में चंदौसी कोतवाली केस दर्ज किया है। इस बीच, पत्रकार और मंत्री के बीच हुए सवाल-जवाब का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि बीजेपी युवा मोर्चा के जिला मंत्री शुभम राघव की शिकायत पर संजय राणा पर मुकदमा दर्ज किया गया है। संजय राणा का कहना है, मैंने कोई गलत काम नहीं किया है।
भाजपा नेता शुभम राघव ने मीडिया से बात करते हुए कहते हैं, “संजय राणा ने मंत्री गुलाब देवी के कार्यक्रम में हंगामा किया था। जब मैंने उसे समझाया तो मेरे साथ अभद्रता की। उसके साथ तीन-चार शराबी और थे, जिन्होंने मेरे साथ मारपीट की। मुझे थप्पड़ मारा गया। मेरी ही शिकायत पर उसके ख़िलाफ़ एफ़आईआर हुई है।” शुभम राघव कहते हैं, “संजय राणा पत्रकार नहीं है, बल्कि ऐसे ही हाथ में माइक लेकर घूमता रहता है और स्थानीय ग्राम प्रधानों और ग्राम विकास सचिवों को विकास ना करने के नाम पर ब्लैकमेल करता रहता है। आप उसे पत्रकार नहीं कह सकते हैं।” जबकि स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि संजय राणा एक स्थानीय युट्यूब चैनल के लिए काम करता है और पिछले 6 महीनो से वह रिपोर्टिंग कर रहा है।
संजय राणा की माँ कश्मीरी देवी कहती हैं, “मेरा बेटा पढ़ाई कर रहा है, आजकल प्रेस में भी लग गया है। मंत्री जी ने कहा था कि उन्होंने गांव के विकास पर 75 लाख रुपए ख़र्च किए हैं। मेरे बेटे ने बस यही पूछ लिया कि कहां ख़र्च किए हैं।” कश्मीरी देवी कहती हैं कि शाम के वक्त पुलिस आकर उनके बेटे को पकड़ कर ले गई थी। उसे गिरफ़्तार करने का कोई कारण नहीं बताया है। उन्होंने कहा कि “किसी भी तरह का कोई झगड़ा नहीं हुआ है। पुलिस ने बस उसका नाम पूछा और पकड़ कर ले गए।” इस सम्बन्ध में गुलाब देवी की बेटी और बीजेपी की प्रवक्ता साक्षी देवी ने कहा, “मंत्री जी से किसी तरह की कोई बात नहीं हुई है, ना ही उन्होंने कोई शिकायत दी है। संबंधित व्यक्ति का किसी और के साथ विवाद हुआ था जिन्होंने शिकायत दी और एफआईआर दर्ज करवाई।”