प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के बयान ‘सामाजिक न्याय भाजपा की विचारधारा है; पर कपिल सिब्बल का पलटवार, ट्वीट कर लिखा ‘अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब होता जा रहा है
तारिक़ खान
डेस्क: राज्यसभा के सदस्य कपिल सिब्बल ने आज प्रधानमंत्री के बयान पर निशाना साधते हुवे कहा है कि गरीब और भी गरीब होता जा रहा है और अमीर और भी अमीर होता जा रहा है। कपिल सिब्बल प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के सामाजिक न्याय के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता पर दिए गए बयान पर यह बात अपने ट्वीट पर कही है।
गौरतलब हो कि भाजपा के 44वें स्थापना दिवस पर पार्टी सदस्यों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा को विकास, विश्वास और नए विचार का पर्याय बताते हुए कहा था कि सामाजिक न्याय उनकी पार्टी की विचारधारा का आधार है। विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा था कि ऐसे दलों की संस्कृति, परिवारवाद, वंशवाद, जातिवाद और क्षेत्रवाद की रही है।
PM:
"BJP lives for social justice and follows it in letter and spirit"Facts:
1) 40% of the wealth created from 2012-2021 went to only 1% of population
2) 2022 Adani’s wealth increased 46%
3) 64% of GST came from bottom 50%; 4% came from top 10%Rich get richer the poor poorer
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 7, 2023
उन्होंने कहा था, ‘‘जबकि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति प्रत्येक देशवासी को साथ लेकर चलने की है। कांग्रेस जैसी पार्टियों की संस्कृति छोटा-छोटा सोचना, छोटे सपने देखना और उससे भी कम हासिल करके खुशियां मनाना है। खुशी मतलब एक दूसरे की पीठ थपथपाना है। भाजपा की राजनीतिक संस्कृति है बड़े सपने देखना और उससे भी ज़्यादा हासिल करने के लिए जी-जान से खप जाना।’’
प्रधानमन्त्री के इस बयान पर कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुवे लिखा है कि ‘‘प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सामाजिक न्याय के लिए जीती है और अक्षरश: इसका पालन करती है। जबकि तथ्य है- 1) 2012-2021 तक अर्जित धन का 40 प्रतिशत केवल एक प्रतिशत आबादी के पास गया। 2) 2022 में अडानी की संपत्ति में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई। 3) 64 प्रतिशत जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) निचले तबके से 50 प्रतिशत आया, जबकि केवल चार प्रतिशत शीर्ष 10 प्रतिशत ने अदा किया।’’ ट्वीट के अंत में कपिल सिब्बल ने लिखा है कि सिब्बल ने कहा, ‘‘अमीर और अमीर तथा ग़रीब और ग़रीब होता जा रहा है।’’
कपिल सिब्बल एनडीए सरकार की पहली और दूसरी पारी के दरमियान केंद्रीय मंत्री रहे है। उन्होंने अभी पिछले साल मई में कांग्रेस छोड़कर समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया और उसके ही समर्थन से एक स्वतंत्र सदस्य के रूप में राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने हाल में अन्याय से लड़ने के मकसद से ‘इंसाफ’ नामक एक मंच शुरू किया है।