यूपी निकाय चुनाव: जारी है भाजपा और सपा के बीच वीडियो वार, अब सपा ने जारी किया गाने ‘जो जनता को सताएं है हम उनको हटाएंगे’
शाहीन बनारसी
डेस्क: यूपी में नगर निकाय चुनाव होने वाले हैं। 14 हजार 684 पदों के लिए 4 और 11 मई को वोटिंग होगी। 13 मई को नतीजे आएंगे। इस चुनाव से पहले भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच सोशल मीडिया पर एक जंग जारी है जिसमे वीडियो युद्ध छिड़ा हुआ है। इस युद्ध में कभी समाजवादी पार्टी गाना जारी कर रही है तो कभी भाजपा। कई दौर के बाद अब समाजवादी पार्टी ने भी अपना एक गाना जारी किया है।
जो जनता को सताएं है हम उनको हटाएंगे। pic.twitter.com/cyvIgppYdj
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) April 24, 2023
समाजवादी पार्टी के ट्विटर हैंडल से तीन मिनट का यह वीडियो शेयर किया गया है। साथ ही कैप्शन में गाने के बोल लिखे, “जो जनता को सताएं है हम उनको हटाएंगे।” इस गाने में यूपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर निशाना साधा गया है। इसमें महंगाई से लेकर महंगी दवाओं के मुद्दे तक पर बात की गई है।
गाने के जरिये सपा ने योगी सरकार पर बेरोजगारी, बदहाली और व्यापार चौपट करने के आरोप भी लगाए। साथ ही दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार करने के आरोप भी लगाए हैं। समाजवादी पार्टी के इस वीडियो में सारस की भी बात की गई। यूपी सरकार पर आरोप लगाते हुए वीडियो में कहा गया, ‘सारस की आजादी को पिंजरों में पहुंचाए हैं।’
गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए… pic.twitter.com/5R9IU1bfox
— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) April 24, 2023
इससे पहले 24 अप्रैल की सुबह भाजपा की तरफ से एक गाना जारी किया गया था। इसके बोल हैं ‘गुंडे पुकारते हैं अखिलेश आइए’। भाजपा के इस गाने के बाद ही समाजवादी पार्टी ने अपना गाना जारी किया है। इसे दोहराओ तो एक गाना याद आता है जो पिछले यूपी चुनाव में काफी चर्चा में रहा था। गाने के बोल थे- ‘जो राम के लाए हैं हम उनको लाएंगे।’ अब इसी गाने की धुन पर अपने बोल इस्तेमाल कर सपा ने भाजपा पर पलटवार किया है।
इसके पहले जारी हुवे भाजपा के कैंपेन सॉन्ग को लेकर समाजवादी पार्टी की तरफ से सफाई दी गई थी। उसने पलटवार करते हुए लिखा था, समाजवादी पार्टी की तरफ से आगे कहा गया कि, भाजपा सिर्फ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जाति को सही मानती है, बाकी सबको गुंडा बताती है। सपा ने जवाब देते हुए आगे कहा था, “इसी मानसिकता के कारण योगी की भाजपा सरकार दलितों, वंचितों के साथ अन्याय और भेदभाव करती है।”