धरनारत पहलवानों का समर्थन करने पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पहुचे जंतर मंतर, की हौसलाअफज़ाई, उठाये दिल्ली पुलिस के कार्यशैली पर गम्भीर सवाल
तारिक़ खान
डेस्क: जंतर मंतर पर धरनारत पहलवानों का समर्थन और उनकी हौसलाअफजाई करने कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू आज सोमवार को जंतर-मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों से मिलने पहुंचे। इन पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर यौन शोषण का आरोप लगाया है और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बीते सप्ताह दिल्ली पुलिस ने मामले में एफ़आईआर दर्ज की है। कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट कर कहा, ‘आखिर पहले एफ़आईआर दर्ज क्यों नहीं हुई? अब एफ़आईआर को सार्वजनिक नहीं करना मंशा को दर्शाता है कि एफ़आईआर हल्की है और शिकायतकर्ता की शिकायत की पुष्टि नहीं करती। मंशा साफ़ है और कोशिश है अभियुक्त को बचाने की। क्या चीज़ों को ठंडे बस्ते में डालने की तैयारी है।’
To know what is right and not to do it is the worst cowardice !!! …. why was the FIR delayed ? ……. Not making the FIR public reflects that the FIR is mild and not corroborative to the complainant’s complaint….. intent is questionable and motive is to protect the accused……… pic.twitter.com/5ZXxE3AlfO
— Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp) May 1, 2023
उन्होंने कहा कि ‘जिस पुलिस अधिकारी ने एफ़आईआर में देरी की उस पर 166 के तहत एक्शन क्यों नहीं हुआ। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के ललिता कुमारी बनाम यूपी सरकार के फैसले के अनुसार कॉग्निज़ेबल अपराध में एफ़आईआर दर्ज करना ज़रूरी होता है। पॉक्सो के तहत दर्ज मामले ग़ैर-ज़मानती होते हैं तो गिरफ़्तारी अब तक क्यों नहीं।’
दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के प्रदर्शन में शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहुँची थीं। वहीं, शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी प्रदर्शनकारी पहलवानों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा था कि पहलवानों का आंदोलन देश की खेल व्यवस्था में वैसा ही बदलाव लेकर आएगा, जैसा देश की राजनीति में अन्ना हज़ारे का आंदोलन लेकर आया था। रविवार को प्रियंका गांधी के पति और कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा भी जंतर-मंतर पहुंचे थे।