वाराणसी निकाय चुनाव लल्लापुरा खुर्द (वार्ड नम्बर 64): कम मतदान के बाद कांटे की टक्कर में त्रिकोणीय लड़ाई
शाहीन बनारसी
वाराणसी: प्रदेश में चल रहे निकाय चुनावों में पहले चरण का मतदान हो चूका है। इस पहले चरण में वाराणसी नगर निगम हेतु भी मतदान हो चूका है। प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में बंद हो चुकी है। महीने से चली आ रही चुनावी गहमा गहमी आराम तलब कर रही है। मतों की गिनती 13 मई को होगी। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईवीएम सुरक्षित प्रशासन ने रखवा दिया है।
इसी के साथ प्रत्याशियों और समर्थको के कौतुहल का विषय बना हुआ है कि आखिर जनता किसको जीत का सेहरा पहना रही है और किसके हिस्से हार आ रही है। सभी प्रत्याशी और उनके समर्थक अपनी अपनी जीत का आकड़ा पेश कर रहे है। मगर इन सबके बीच वोटर खामोश है। मतदान के बाद भी खामोश मतदाता इस कौतूहलता को और भी बढ़ा रहे है। हमने इस वार्ड पर अपनी नज़र रखा हुआ था। हमारे विश्लेषण इस वार्ड में निकल रहे है जो आपके सामने पेश कर रहे है।
शहर के मध्य स्थित वार्ड लल्लापुरा खुर्द से सपा ने संदीप कुमार ‘डब्लू’ को टिकट देकर चुनाव मैदान में उतारा है। जबकि कांग्रेस ने अपने सेटिंग पार्षद प्रिंस राय ‘खगोलन’ को चुनाव मैदान में एक बार फिर मौका दिया जबकि भाजपा ने महेंद्र सिंह पर विश्वास जताया। चुनाव यहाँ पर त्रिकोणीय दिखाई दे रहा है। चुनाव तीनो प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर वाला नज़र आ रहा है। जीत का ऊंट किस करवट बैठे इसकी गारंटी इस समय तो कोई नही ले सकता है क्योकि तीनो ही प्रत्याशियों ने लगभग 30 फीसद पड़े मतो पर अधिकता का अधिकार जताया है।
इलाके के हमारे जानकार सूत्र बताते है कि किसी बूथ पर सपा का प्रदर्शन भारी है तो किसी पर भाजपा और किसी पर कांग्रेस का। ऐसे में जीत हार का अंतर शायद महज़ 2-4 सौ वोटो का हो तो कोई अचम्भा नही होगा। रविकांत नगर में कोई दल अच्छा प्रदर्शन करता दिखाई दे सकता है तो बादशाहबाग़ में कोई और वही अन्य इलाकों में किसी और का प्रदर्शन भारी दिखाई दे सकता है। सब मिला मतदाताओं ने इस वार्ड में कोई ख़ास रूचि नही दिखाई और मतदान काफी ज्यादा कम होने से सभी के सियासी समीकरण असमंजस में है। मगर तीनो के बीच दिलचस्प मुकाबिला होना तो निश्चित है।