पश्चिम बंगाल में फ़िल्म ‘द केरला स्टोरी’ के बैन पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद पढ़ें क्या बोली तृणमूल कांग्रेस
आदिल अहमद
डेस्क: पश्चिम बंगाल में फ़िल्म ‘द केरला स्टोरी’ के बैन पर सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद तृणमूल कांग्रेस ने कहा है अब अगर कुछ हुआ तो विपक्षी दल सत्ताधारी पार्टी को दोषी न ठहराएं। तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि राज्य सरकार ने ख़ुफ़िया जानकारियों के आधार पर पश्चिम बंगाल में ‘विवादास्पद’ फ़िल्म ‘द केरला स्टोरी’ को दिखाने पर रोक लगाई थी। पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
तृणमूल के वरिष्ठ नेता शशि पांजा ने गुरुवार को कोलकाता में कहा, ”राज्य सरकार को आशंका थी कि फ़िल्म के प्रदर्शन के बाद तनाव हो सकता है। अब माननीय सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश जारी किया है। राज्य सरकार इसका पालन करेगी। विपक्ष को इसे अपनी जीत और सरकार की हार के तौर पर नहीं देखना चाहिए।”।
राज्य में विपक्षी दल बीजेपी ने फ़िल्म पर लगे बैन को हटाने का स्वागत किया है। पार्टी का कहना है कि इसने तृणमूल कांग्रेस की सांप्रदायिक राजनीति का ‘पर्दाफ़ाश’ कर दिया है। वहीं सीपीएम ने कहा है कि ममता बनर्जी ने फ़िल्म पर बैन लगाने का फ़ैसला राजनीतिक फ़ायदे के लिए किया था।
बताते चले कि सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ‘द केरला स्टोरी’ पर पश्चिम बंगाल सरकार के प्रतिबंध पर रोक लगा दी थी। 8 मई को पश्चिम बंगाल सरकार ने ‘द केरला स्टोरी’ के राज्य में रिलीज़ पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को सिनेमा देखने जाने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक सिनेमा हॉल में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था के इंतज़ाम के भी निर्देश दिए थे। इससे पहले पश्चिम बंगाल सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर अपने हलफ़नामे में ‘द केरला स्टोरी’ पर लगाए गए प्रतिबंध का बचाव किया था।