दालमंडी की बुज़ुर्ग महिला के कमरे पर कब्ज़ा प्रकरण में एसीपी दशश्वमेघ की जाँच के बाद थानाध्यक्ष दशश्वमेघ को दिले निर्देश का नही हुआ अभी तक अनुपालन, दालमंडी की बुज़ुर्ग महिला नजमा बेगम आज भी रह रही पडोसी के घर में
ए0 जावेद
वाराणसी: वाराणसी के दशाश्वमेघ थाना क्षेत्र स्थित दालमंडी के काजीपुरा कला निवासिनी बुज़ुर्ग महिला नजमा बेगम को उनके बेटे द्वारा बुज़ुर्ग के कमरों पर कब्ज़ा नाजायज़ करने के मामले में जाँच कर पिछले दिनों एसीपी दशाश्वमेघ अवधेश कुमार पाण्डेय द्वारा महिला को उसके घर में उसके कमरे दिलवाने के थानाध्यक्ष दशाश्वमेघ को दिए निर्देशों के बावजूद भी अभी तक बुज़ुर्ग महिला को उसके कमरे नही मिल पाए है। बताया जा रहा है कि महिला अभी भी पडोसी के एक कमरे में रह रही है।
दरअसल, मामला कुछ इस तरह है कि 19 जून के देर शाम एक वीडियो बुज़ुर्ग महिला नजमा का वायरल हुआ था जिसमे बुज़ुर्ग महिला का आरोप था कि उनकी तबियत ख़राब होने के वजह से वह अस्पताल में भर्ती हुई थी। जिस वजह से 2 उनके कमरो में उनका ताला बंद था। जब हॉस्पिटल से डिस्चार्ज होकर घर वापस आई तो उनके छोटे बेटे और बहु ने उनका ताला तोड़ कर अपना ताला बंद कर रखा था और उनको घर से निकाल दिया। बुज़ुर्ग महिला का आरोप था कि उनके छोटे बेटे और बहु ने उनके साथ बेहुरमती का तौर तरीका अपनाया।
बुज़ुर्ग महिला ने अपने वायरल वीडियो में दशाश्वमेघ पुलिस द्वारा इन्साफ न मिलने की भी बात कही थी। जिसके बाद मामले में पड़ी एक दरख्वास्त पर अडिशनल सीपी संतोष सिंह ने एसीपी दशाश्वमेघ को मामले की जाँच कर समाधान हेतु निर्देशित किया था। जिसके क्रम में संपूर्ण घटनाक्रम जानकार बुज़ुर्ग महिला का बयान लेकर उन्होंने थानाध्यक्ष दशाश्वमेघ को निर्देशित किया कि बुज़ुर्ग महिला को उसके बेटे अवैध तरीके से बंद किये गए ताले को खुलवा कर महिला को दिया जाये।
इस मामले में आज एसीपी दशश्वमेघ अवधेश कुमार पाण्डेय ने बुज़ुर्ग महिला का बयान और संपत्ति की नवय्यत समझ कर महिला को इन्साफ दिलवाते हुवे थानाध्यक्ष को आवश्यक निर्देश भी कर दिया। मगर महिला का आरोप है कि दशाश्वमेघ थानाध्यक्ष उसके मामले में अभी तक समाधान नही कर पाए है और वह आज भी पडोसी के घर पर एक कमरे में रह रही है। बिमारी से जूझती बुज़ुर्ग महिला अब थानाध्यक्ष दशाश्वमेघ कब इन्साफ दिलवा पाते है इस पर भी क्षेत्र में अब महज़ कयास ही लगाया जा रहा है। वैसे मामले में दशाश्वमेघ थानाध्यक्ष समाचार लिखे जाने तक ताला खुलवाने के लिए बुज़ुर्ग महिला के छोटे बेटे से संपर्क स्थापित करने की बात कह रहे है।