मध्य प्रदेश के इंदौर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्ज करने वाले पुलिस अफसरों का हुआ तबादला
तारिक़ खान
डेस्क: गुरुवार रात इंदौर के पलासिया चौक पर कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे थे। बताया जाता है कि प्रदर्शनकारी बजरंग दल के कार्यकर्ता था। पुलिस का कहना है कि उनके इस प्रदर्शन जो बिना अनुमति के हो रहा था के कारण इस व्यस्त सड़क पर ट्रैफिक जाम लग गया। जिसके बाद उन लोगों को हटाने के लिए लाठीचार्ज किया। डीसीपी धर्मेंन्द सिंह भदौरिया का कहना है कि ये लोग बिना इजाज़त प्रदर्शन करने के लिए यहां एकत्र हुए थे और इस कारण आम लोगों को परेशानी हो रही थी। कई बार गुज़ारिश करने के बाद भी जब ये लोग वहां से नहीं हटे तो पुलिस को ‘मामूली ताकत’ का इस्तेमाल करना पड़ा।
इस लाठी चार्ज की घटना के बाद इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। मामला बढ़ा तो राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने जांच के आदेश दिए। जिसके बाद लाठीचार्ज करने वाले दो पुलिस अफसरों का तबादला कर दिया गया है। इस घटना के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने घटना की आलोचना करते हए कहा था कि ‘अगर बजरंग दल के हमारे कार्यकर्ता अपनी मांगें रख रहे हैं और आवाज़ उठा रहे हैं तो उन्हें बर्बर तरीके से नहीं पीटा जाना चाहिए था। इसके लिए ज़िम्मेदार अधिकारियों को बख़्शा नहीं जाएगा।’
इसके बाद घटना के महज़ 24 घंटो के भीतर ही मध्य प्रदेश के इंदौर में विरोध प्रदर्शन कर रहे बजरंग दल के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने वाले दो पुलिस अफ़सरों को इस घटना के 24 घंटों के भीतर फ़ील्ड पोस्टिंग से हटा दिया गया है। द हिंदू में छपी एक ख़बर के अनुसार प्रदेश की सत्ताधारी बीजेपी और विश्व हिंदू परिषद ने पुलिस कार्रवाई पर कड़ी आपत्ति जताई थी जिसके बाद डीसीपी धर्मेंन्द सिंह भदौरिया समेत एक और पुलिस अधिकारी को फ़ील्ड पोस्टिंग से हटाया गया है। अख़बार लिखता है कि बीजेपी के साथ-साथ विपक्षी दल कांग्रेस ने पुलिस के लाठीचार्ज पर सवाल उठाए थे। इस मामले में प्रदेश सरकार ने जांच भी शुरू कर दी है।