बिहार: पशुओ की हड्डियां ले जा रहे ट्रक ड्राईवर की बिहार के छपरा में सरेराह पीट पीट कर सरेराह हत्या, अब तक 7 गिरफ्तार
अनिल कुमार
पटना: एक तरफ जहाँ तबरेज़ की लिंचिंग करने वालो को अदालत ने दोषी माना है और 5 जुलाई को उनकी सजा अदालत मुक़र्रर करेगी। जिसके बाद उम्मीद ऐसी बंधी थी कि कानून को अपने हाथो में लेकर खुद सडको पर इन्साफ करती भीड़ इससे सबक लेगी। मगर ऐसा कुछ दिखाई तो नही दिया है। बिहार के छपरा में एक ट्रक ड्राईवर की पीट पीट कर सरेराह हत्या का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 7 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का दावा किया है।
मामला बिहार के सारण (छपरा) ज़िले का है जहा से एक बार फिर से मॉब लिंचिंग की घटना रिपोर्ट हुई है। ज़िले के जलालपुर थाना क्षेत्र में पड़ने वाली एक सड़क पर 28 जून देर रात ज़हीरुद्दीन नाम के एक ट्रक ड्राइवर की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। ज़हीरुद्दीन की उम्र लगभग 55 वर्ष की थी। ऐसा कहा जा रहा है कि ज़हीरुद्दीन अपने ट्रक में जानवरों की हड्डी लादकर ज़िले के ही गौरा स्थित हड्डी फ़ैक्ट्री में ले जा रहे थे।
बताया जा रहा है कि इसी दौरान बंगरा गाँव के पास उनके ट्रक में कुछ ख़राबी आ गई। जब ट्रक रुका तो उनसे कई लोगों ने पूछताछ की कि ट्रक में क्या लदा है? भीड़ ने ट्रक के कंटेनर को खुलवाकर देखा भी कि आख़िर उसमें क्या चीज है। हड्डी देखते ही लोगों ने ट्रक चालक और अन्य कर्मियों को पीटना शुरू कर दिया। बकिया ट्रक चालक के साथ वाले तो किसी तरह बच निकले, लेकिन ड्राइवर नहीं भाग सका।
भीड़ ने ड्राईवर की बेरहमी से पिटाई किया। जिससे ड्राइवर बुरी तरह घायल हो गया, और उसकी उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। जलालपुर के थानाध्यक्ष पिंटु कुमार ने इस पूरे मामले पर कहा कि यह बात सही है कि भीड़ ने एक व्यक्ति को पीटकर मार डाला। उन्होंने बताया कि इस मामले में 6 लोगों पर नामज़द एफआईआर और 20-25 अज्ञात लोगों के ख़िलाफ़ अलग-अलग धाराओं में मुक़दमा दर्ज कराया गया है। अब तक सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। प्रशासन मामले की गंभीरता को समझते हुए हर तरह की गतिविधियों पर नज़र बनाए हुए है।