संवेदनशील फ़ाइलों को लापरवाही से रखने के मामले में कोर्ट में पेश हुए अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
संजय ठाकुर
डेस्क: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप संवेदनशील फ़ाइलों को लापरवाही से रखने के मामले में फ़्लोरिडा की अदालत के सामने ख़ुद को बेकसूर बताया है। ट्रंप पहले अमेरिकी राष्ट्रपति हैं, जिन पर संघीय आपराधिक अभियोग का केस चल रहा है। इस मामले में दूसरी बार कोर्ट में पेश हो रहे ट्रंप सुनवाई के दौरान अदालत में काले रंग का सूट पहने गंभीर भाव के साथ बैठे रहे।
सुनवाई के बाद ट्रंप न्यू जर्सी के बेडमिंस्टर स्थित अपने गोल्फ़ क्लब पहुंचे, जहां उन्होंने समर्थकों को संबोधित किया। रैली में उन्होंने कहा कि उनके पास दस्तावेज़ों को रखने का “पूरा अधिकार” था, लेकिन वक़्त की कमी के कारण दस्तावेज़ के “सभी बॉक्स वह देख नहीं सके थे।” अपनी रैली में ट्रंप ने जो बाइडन पर जमकर हमला बोला। उन्होंने अपने ख़िलाफ़ चल रहे मुकदमे के लिए बाइडन को ज़िम्मेदार बताया।
उन्होंने कहा- “भ्रष्ट मौजूदा राष्ट्रपति अपने शीर्ष राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को फ़र्ज़ी और मनगढ़ंत आरोपों में गिरफ्तार करा रहे हैं। राष्ट्रपति चुनाव के समय ये सब हो रहा है। इस चुनाव में वो बुरी तरह हार रहे हैं।” ट्रंप पर कोर्ट ने राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय किसी भी तरह की यात्रा पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है।
ट्रंप के वकील टोड ब्लैंच ने कहा है कि इस मामले में वह ‘नॉट गिल्टी’ याचिका दायर की जाएगी। ट्रंप राष्ट्रपति का पद छोड़ने के बाद सरकारी दस्तावेज़ों को अपने फ़्लोरिडा स्थित घर में रखने के आरोप में जांच का सामना कर रहे हैं।