किसानो की मांग के आगे झुकी हरियाणा सरकार, सूरजमुखी पर बढ़ेगी एमएसपी, कुरुक्षेत्र में आन्दोलन हुआ खत्म
ईदुल अमीन
डेस्क: किसानो के मांग के आगे आखिर हरियाणा सरकार को आज देर रात झुकना पड़ा और किसानो की मांग को मनाते हुवे हरियाणा सरकार ने सूरजमुखी पर एमएसपी बढाने का आश्वासन दिया है। सरकार से सूरजमुखी के एमएसपी की मांग को लेकर हरियाणा के कुरुक्षेत्र में दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे को जाम किए किसानों ने हरियाणा सरकार से आश्वासन के बाद अपना आन्दोलन खत्म करने की घोषणा कर दिया है।
#WATCH | We are ending our protest. The blocked roads will be opened today. We were protesting so that our crops are purchased at MSP. We will keep fighting for MSP across the country. Our leaders will also be released soon. Cases filed against our leaders will be taken back:… pic.twitter.com/TXfYZGGMwn
— ANI (@ANI) June 13, 2023
कुरुक्षेत्र के डीसी शांतनु शर्मा ने कहा है कि हरियाणा सरकार हमेशा से ही किसानों के समर्थन में खड़ी रही है। मुख्यमंत्री सूरजमुखी फसल पर एमएसपी बढ़ाने पर राज़ी हो गए हैं। इसके कुछ देर बात कुरुक्षेत्र एसपी सुरिंदर सिंह भोरिया ने कहा कि हमने किसानों से प्रदर्शन ख़त्म करने की अपील की है। हरियाणा सरकार और पुलिस किसानों के साथ है। प्रदर्शन के जल्द समाप्त होने की हमें उम्मीद है। इसके साथ ही राकेश टिकैत ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा कर दी।
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि ‘हमारा आंदोलन था कि एमएसपी पर ख़रीद शुरू हो। हम वही रेट मांग रहे थे जिसकी बात देश के पीएम ने की थी। ये लड़ाई तो पीएम और सीएम के बीच थी। हम आगे भी एमएसपी पर सारे देश में लड़ाई लड़ेंगे। जो केंद्र सरकार का रेट है वो सभी राज्यों में देना पड़ेगा। एमएसपी गारंटी के लिए आंदोलन की ज़रूरत पड़ेगी।’
किसानों के प्रदर्शन की वजह से नेशनल हाईवे-44 पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगा हुआ है। सोमवार को किसानों ने पिपली अनाज मंडी में किसान रैली बुलाई थी, जिसमें कोई हल नहीं निकलने पर किसानों ने पिपली में गीता द्वार के पास नेशनल हाईवे-44 को जाम कर मोर्चा लगा दिया। किसान नेता रमनदीप सिंह मान ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ‘सोमवार को पिपली अनाज मंडी में किसान महारैली थी। करीब 25 हजार किसान पहुंच गए थे। एक बजे किसानों को फैसला सुनाना था, लेकिन तभी स्थानीय प्रशासन ने हमें कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर किसानों से बात करना चाहते हैं।’
उन्होंने कहा कि ‘हमने पांच सदस्य कमेटी बनाकर एक दल मुलाकात के लिए करनाल भेजा। जब किसान पहुंचे तो हमें कहा गया कि सीएम चंडीगढ़ चले गए हैं। उसके बाद माहौल थोड़ा और गर्म हो गया। इसके बाद फैसला हुआ कि जब तक हमारी मांगे सरकार पूरी नहीं करेगी हम चंडीगढ़ हाईवे से नहीं उठेंगे और हमने सोमवार दोपहर तीन बजे से हाईवे जाम कर दिया।’