सपा की नवनिर्वाचित पार्षद के हिस्ट्रीशीटर पति के खिलाफ पड़ी एक नही तीन तहरीर, खबर से नाराज़ हिस्ट्रीशीटर ने दिया पत्रकार को फाड़ के फेक देने की धमकी
अनुराग पाण्डेय
वाराणसी: वाराणसी के लोहता क्षेत्र के नवनिर्वाचित सपा पार्षद के हिस्ट्रीशीटर पति के खिलाफ आज लोहता थाने में एक नही बल्कि तीन अलग अलग तहरीर पड़ी है। एक तरफ जहा अपराध व अपराधियों के खिलाफ वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस लगातार अभियान चलाकर धर पकड़ करते हुए अपराधियों में कानून का खौफ दिखा रही है, वही लोहता में आज भी एक हिस्ट्रीशीटर का दबदबा बरकार रखना चाहता है।
इस दबदवे को बरक़रार रखने की ख्वाहिश शायद उसमें इसलिए भी बलवती हो गई होगी क्योकि उसकी पत्नी पार्षद का चुनाव सपा के टिकट से जीत चुकी है। अब शायद उसको जरा भी योगी के पुलिस का डर नही है। आलम यह की उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पुलिस के खौफ के आगे हिस्ट्रीशीटर की एक ओर थाने में सरेंडर करके अपने जीवन की भीख मांग रहे है,तो लोहता थाने का हिस्ट्रीशीटर काला चश्मा लगाकर लोगों में अपना दबदबा कायम रखता है, और खुलेआम पुलिस को मुंह चिढ़ाता है।
लोहता थाना क्षेत्र के अलावल स्थित एक मदरसा है। मदरसा फैजुलउलूम जहा पीने का पानी बदबूदार आने पर 4 जून को छात्रो ने शिकायत न सुने जाने पर हंगामा किया था। छात्रो की शिकायतों को माने तो टंकी खोल के देक्खे जाने पर अन्दर एक मरी बिल्ली मिली थी। जिस सम्बन्ध में हमारे संवाददाता मो0 सलीम द्वारा समाचार संकलन किया गया। इसके अतिरिक्त शहर के कई सम्मनित अखबारों ने भी ये समाचार प्रकाशित किया था। समाचार में मदरसे के बच्चो का बयान आधार बना कर भ्रष्टाचार और अवैध वसूली के आरोपों को भी प्रमुखता से सभी जगहों पर उठाया गया था।
बच्चो के आरोपों को आधार माने और स्थानीय नागरिको के बातो को माने तो मामले में अचानक सपा पार्षद का हिस्ट्रीशीटर पति शमीम नोमानी आकार बच्चो से कहता है कि आप लोगों की जो समस्या है 6 तारीख को मदरसे में एक बैठक आहूत की जाएगी जिसमें आप लोग अपनी बातें गंभीरतापूर्वक रखियेगा। एक सोशल मीडिया के व्हाट्सएप ग्रुप में शामिल स्थानीय सम्मानित नागरिक के पोस्ट का स्क्रीन शॉट हमारे पास सुरक्षित है। जिसमे वह सम्मानित नागरिक भी इस बात को कह रहे है कि बच्चो से शमीम नोमानी ने ऐसा आश्वासन दिया था जिसके बाद क्षेत्र में एक पोस्टर भी लगा था। मगर शमीम नोमानी ने इस बात की पुष्टि नही करते हुवे ऐसा कोई आश्वासन न देने की बात भी उसी ग्रुप में कहा है।
बहरहाल, आज सुबह बच्चे जब मदरसा पहुंचे तो शमीम नोमानी ने बच्चों को यह समझाया की छात्रवृत्ति आप लोगों का ऑनलाइन किया गया है, यह उत्तर प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है। जब आएगा तो आप लोगों को मिलेगा। वही बच्चे मदरसा के मैनेजर निसार उर्फ़ गोपाल से उसके प्रताड़ना से खिलाफ होकर मदरसा एवं प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उन्हें हटाने की मांग करने लगे। छात्रो की माने तो हिस्ट्रीशीटर शमीम नोमानी द्वारा कहा गया कि अब मदरसे में कोई मीटिंग नही होगी और कोई बैठक नहीं की जाएगी। जो जबरदस्ती बात करेगा उसका नाम काट दिया जाएगा। जिसमें नाराज छात्रों ने शमीम नोमानी का वापस जाओ के नारे लगाते हुए वह हिस्ट्रीशीटर मुर्दाबाद बोलते हुए उनका विरोध करने लगे।
सोशल मीडिया पर वायरल इस घटना का वीडियो इस बात की गवाही भी देता है जो छात्रो का आरोप है कि इस दरमियन एक छात्र को हिस्ट्रीशीटर द्वारा थप्पड़ मारा गया, जिसके बाद उत्तेजित अभिभावकों ने शमीम नोमानी की दबंगई के खिलाफ उसके साथ धक्का मुक्की किया। जिसके बाद हंगामे की सुचना पर लोहता पुलिस मौके पर पहुची तथा छात्रो को मौके से समझा बुझा कर हटाया। इस घटना के सम्बन्ध में मदरसे के मैनेजेर निसार उर्फ़ गोपाल ने एक तहरीर कई अज्ञात सहित हमारे साथी पत्रकार मो0 सलीम सहित इलाके के दो अन्य सम्मानित व्यक्तियों जिनसे चुनावी टशन थी के खिलाफ तहरीर लोहता थाने को दिया जिसके उपरांत लोहता थाने से समाचार की पुष्टि हेतु मो0 सलीम को फोन करके साक्ष्य उपलब्ध करवाने हेतु बुलवाया गया।
इस सम्बन्ध में मो0 सलीम अपने संपादक और अन्य पत्रकारों सहित लोहता थाने गए और समाचार के सम्बन्ध में वार्ता किया। वही दूसरी तरफ मदरसे के दर्जनों छात्रो ने सामूहिक प्रार्थना पत्र हिस्ट्रीशीटर शमीम नोमानी और अन्य के खिलाफ लोहता पुलिस को प्रदान किया जबकि स्थानीय समाजसेवक वसीम अकरम के द्वारा अपना शिकायती पत्र थानाध्यक्ष को दिया गया। तीन प्रार्थनापत्रों पर जाँच चल रही है। वही सोशल मीडिया पर शमीम नोमानी का मदरसे के बाहर दबंगई का वीडियो भी जमकर वायरल हो रहा है जिसमे साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा है कि भीड़ में बच्चे के ऊपर शमीम नोमानी ने हाथ उठाया और उसके बाद भीड़ ने उसके साथ जमकर धक्कामुक्की किया।
इस दरमियान थाने पर वार्ता कर वापस लौट रहे पत्रकार मो0 सलीम पास ही काफी शाप पर अपने साथियों के साथ शीतल पेय पी रहे थे कि अपने चंद अज्ञात साथियों सहित हिस्ट्रीशीटर शमीम नोमानी आकर मो0 सलीम से गाली गलौंज और जान से मारने की धमकी देने लगा कि तुम सब मेरे खिलाफ बयान देने थाने गए थे। इस घटना के सम्बन्ध में पत्रकार मो0 सलीम के द्वारा लिखित शिकायती पत्र थाना लोहता के कार्यवाहक थानाध्यक्ष स्वतंत्र सिंह को दिया और हिस्ट्रीशीटर शमीम नोमानी पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग किया है। थाने पर महज़ 100 मीटर की दुरी पर एक हिस्ट्रीशीटर द्वारा ऐसी हरकत उसके बढे मनोबल को साबित करती है।
सभी तहरीर पर पुलिस ने जांच शुरू कर दिया है। इसी क्रम में मदरसा फैजुल उलूम के मैनेजर निसार उर्फ़ गोपाल ने बच्चों द्वारा लगाए गए आरोप को निराधार बताया। साथ ही कहा है कि चुनावी रंजिश के कारण उनके मदरसे पर हंगामा किया जा रहा है। वही वसीम अकरम का कहना है कि मदरसे के मामले में मुझसे अथवा मेरे परिवार का कोई लेना देना नही है। हंगामे के समय मैं अथवा मेरे परिवार का कोई सदस्य मौके पर नही था। मगर शमीम नोमानी ने षड़यंत्र के तहत मेरा नाम तहरीर में चुनावी रंजिश निकालने के लिए दिया गया है।