ओड़िसा रेल हादसा: केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव के सामने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता ने कहा ‘एंटी-कोलिशन डिवाइस न होना हादसे की वजह, घायलों का इलाज नही हो सकता तो हम कोलकाता ले जाने को तैयार’
शाहीन बनारसी
डेस्क: देश की पहली महिला रेल मंत्री रही और वर्त्तमान में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओड़िसा रेल हादसे के जगह का निरिक्षण किया। इस ट्रेन हादसे में अब तक आधिकारिक तौर पर 261 लोगों की मौत हो चुकी है। वही अब तक 900 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। घटनास्थल पर केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सुबह ही पहुंच गए थे।
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मौके पर पहुंचीं। बालासोर पहुंचकर उन्होंने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए। ममता ने केंदीय रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने मीडिया से बात करते हुवे सरकार पर निशाना साधा। वह जब मीडिया के सवालो का जवाब दे रही थी तो केंद्रीय रेलवे मंत्री अश्वनी वैष्णव भी पास ही खड़े थे। ममता बनर्जी ने उनके सामने कहा कि एंटी कोलिशन डिवाइस होती तो ये घटना नही हुई होती।
ममता बनर्जी ने मीडिया से बात करते हुवे कहा कि ‘जब मैं रेल मंत्री थी, तब हमने ट्रेन के लिए एंटी-कोलिशन डिवाइस पर काम शुरू किया था। कोरोमंडल एक्सप्रेस में ये डिवाइस नहीं लगाया हुआ था, जहां तक मेरे पास जानकारी है। मैं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से कहूंगा कि इसे देखें। अगर एंटी-कोलिशन डिवाइस होता तो ये घटना नहीं होती।’ इससे पहले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद प्रधान भी घटनास्थल पर पहुंचे थे। ममता के दावे के समय वो भी वहां मौजूद थे।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार ममता ने कहा कि ‘ये राजनीति करने का समय नहीं है। मैं यहां रेल मंत्री और भाजपा के सांसदों के साथ खड़ी हूं। इस मामले में अच्छे से छानबीन की जानी चाहिए। कैसे इतने लोगों की मौत हुई। मैंने सुना की लगभग 500 लोग मरे हैं। रेलवे में कोऑर्डिनेशन में कमी आ गई है। अब (अलग से) रेलवे का बजट नहीं आता। रेलवे मेरे बच्चे जैसा है। मैं रेलवे परिवार का हिस्सा हूं। मैं अपना सुझाव देने को तैयार हूं। रेलवे का एक सिस्टम है। कोई भी दुर्घटना होने पर 15 लाख रुपये दिए जाते थे। अब 10 लाख रुपये दिए गए हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि ‘जिस भी राज्य के आदमी की मृत्यु हुई है, वो राज्य तो मदद करेगा ही। हमारे राज्य से ज्यादा लोग हैं। हम इन सभी परिवारों को पांच लाख रुपये देंगे। हमने आज 70 एम्बुलेंस भेजी हैं। कल 40 भेजी थी। हमने बंगाल से 40 डॉक्टर्स और दो बस भेजी हैं। इसमें जो लोग थोड़े इंजर्ड हैं, वो (इन बसों में) बंगाल चले गए। जो लोग गंभीर रूप से घायल हैं, बंगाल सरकार उन्हें एक लाख रुपये देगी। जिन्हें हल्की चोट लगी है, उन्हें 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। अगर गंभीर मरीज की चिकित्सा यहां नहीं हो सकती, तो मैं उन्हें कोलकाता ले जाने के लिए तैयार हूं। वहां बेहतर सुविधाएं हैं।’