विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का प्रतिनिधि मंडल जाएगा हिंसा प्रभावित मणिपुर में दौरे पर, जाने कौन कौन है इस प्रतिनिधि मंडल के हिस्सा और क्या है कार्यक्रम
आफताब फारुकी
डेस्क: विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल मणिपुर की ज़मीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां जाने वाला है। इस प्रतिनिधिमंडल में 20 सांसद होंगे। दो दिवसीय दौरे पर ये प्रतिनिधिमंडल शनिवार को मणिपुर पहुंचेगा। मिल रहे समाचार के अनुसार प्रतिनिधिमंडल वहां के हालात का जायजा लेने के बाद हिंसा प्रभावित राज्य की समस्या सुलझाने के लिए अपने सुझाव सरकार और संसद के समक्ष रखेगा।
इस यात्रा से पहले लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज के नेतृत्व में मणिपुर हिंसा की जांच कराए जाने की मांग की। कांग्रेस सांसद और राज्य सभा में पार्टी के व्हिप नासिर हुसैन ने दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शुक्रवार को ये बताया कि 16 पार्टियों के सांसद मणिपुर के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेंगे और वे घाटी और पहाड़ी क्षेत्र दोनों के ही निवासियों से मिलेंगे।
प्रतिनिधिमंडल का दो राहत शिविरों में भी जाने का कार्यक्रम है। वे खुद ही वहां की स्थिति का आकलन करेंगे। सूत्रों का कहना है कि विपक्षी सांसदों ने मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह को इसके लिए चिट्ठी लिखी थी। एन बीरेन सिंह ने विपक्षी सांसदों के प्रतिनिधिमंडल को इस यात्रा की इजाजत दी है। नासिर हुसैन ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल की गवर्नर से भी मिलने की योजना है।
इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के अधीर रंजन चौधरी और गौरव गोगोई, तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा की महुआ मांझी, द्रमुक की कणिमोझी, एनसीपी के मोहम्मद फैज़ल, राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा, जेडीयू के राजीव रंजन सिंह के अलावा भी कई अन्य सांसद शामिल हैं।