विक्षिप्त महिला का पता खोज उसके परिजनों से मिलवाया समाजसेवी मो0 आरिफ ने, दो वर्षो से भटक रही थी प्रयागराज में महिला
तारिक खान
प्रयागराज। दो वर्ष पूर्व दिमाग से कमजोर हो चुकी पैंतालीस वर्षीय महिला भटकते हुए प्रयागराज गई। शहर के समाजसेवी एवं सोशल मीडिया ग्रुप अज्ञात गुमशुदा तलाश के एडमिन मोहम्मद आरिफ की मेहन रंग लाई और उसके घर का पता एवं सम्पर्क खोजने में कामयाब हो गए। 23/7/23 को महिला के रिश्तेदार पहुंचे और वैधानिक कार्रवाई पूरा करने के बाद उसे ले गए।
मध्यप्रदेश के मंदसौर जनपद में स्थित बानपुर थाना क्षेत्र के कैलाश पुर गांव की रहने वाली दुर्गाबाई (45) पुत्री भगदीराम जी के दो बच्चे हैं। जिसमें एक बेटा और एक बेटी जो उसके पति के पास रहते है। लेकिन आये दिन पति की प्रताड़ना से तंग होकर बीस वर्ष पूर्व वह अपने पति का घर छोड़कर अपने पिता भगदीराम के घर कैलाश पुर में रहने लगी। किसी तरह दिन बीतता चला गया। वह पांच बहनों और एक भाई में पिता की चौथी संतान है। सभी भाई बहनों की शादी हो चुकी है। सब अपने—अपने परिवार के साथ रहते है।
बताते है कि दुर्गाबाई की मां का निधन हो गया। जिसकी वजह से वह अपने भाई व भाभी के साथ रह रही थी। लेकिन जीवन में ऐसा मोड़ आया कि दो वर्ष पूर्व उसकी दिमागी हालत खराब हो गई और वह दर—दर की ठोकरे खाने लगी। हालत ऐसे बने कि वह दो वर्ष भाई का घर छोड़कर कब निकली यह किसी को पता नहीं चल पाया और वह घूमते हुए प्रयागराज जनपद के औद्योगिक थाना क्षेत्र के रामपुर चौराहे पर जहां पहुंची और वहीं मांग कर खाने लगी और चौराहे पर रह रही थी।
इसी बीच उन पर समाजसेवी जय विजय नारायण विश्वकर्मा उर्फ छोटू की पड़ी। समाजसेवी छोटू महिला को प्रतिदिन कुछ न कुछ खाने के लिए देने लगा और धीरे—धीरे उसकी दिमागी हालत में कुछ सुधार आया तो चौराहे के पास स्थित फिरोज नर्सिंग होम के मालिक ने उसे पनाह दे दिया। वह कुछ भी कभी नही बताती थी, हालांकि समाजसेवी छोटू से काफी हिल मिल गई और उससे बातचीत करने लगे। इसी बीच एक दिन छोटू ने बातचीत करते हुए उसकी एक वीडियो तैयार कर लिया, जिसमें महिला ने अपना नाम व गांव का नाम सही बताया लेकिन जिला कोटा राजस्थान बताया।
इसके बाद छोटू ने इस संबंध में अज्ञात गुमशुदा तलाश के एडमिन मो0 आरिफ को जानकारी दी और महिला का वीडियो उपलब्ध कराया। इसके बाद मोहम्मद आरिफ अपने कार्य में लग गए। सबसे पहले मो0 आरिफ ने कोटा के कुछ लोगों से सम्पर्क किया और वीडियो भेजकर उस महिला के घर वालों का पता लगाने के लिए कहा। कोटा में वीडियो के माध्यम से उसके घर का मूल पता चल गया और समाज सेवी मोहम्मद आरिफ ने मध्यप्रदेश के थाना बानपुर पुलिस से सम्पर्क किया और महिला का वीडियो भेजकर सहयोग मांगा। जिसके बाद उसके परिजनों से सम्पर्क हो गया।
इसी क्रम में 22/7/23 को मछली का कारोबार करने वाले रिश्ते में भाई लगने वाला श्यामलाल और पड़ोसी तुफान सिंह अपने कारोबार के सिलसिले में कलकत्ता से अपने वाहन से वापस मध्य प्रदेश जा रहे थे। उन्हें जानकारी मिली कि उनके पड़ोस में रहने वाली दुर्गाबाई प्रयागराज में है। वह उसे खोजते हुए रामपुर पहुंचे। जहां रामपुर करछना क्षेत्र के एक प्रधान प्रतिनिधि मानवेन्द्र प्रताप सिंह और हल्के के उपनिरीक्षक ने वैधानिक कार्रवाई पूरी करते हुए दुर्गा बाई को उसके पैत्रिक गांव ले जाने के लिए सौंप दिया। दुर्गाबाई को लेकर उसके रिश्तेदार चले गए।