मणिपुर हिंसा से सम्बन्धित खबर को आदिवासी संगठन द्वारा फर्जी बताये जाने के बाद समाचार एजेंसी ने हटाया खबर
यश कुमार
डेस्क: समाचार एजेंसी एएनआई ने मणिपुर हिंसा से सम्बंधित एक खबर को मणिपुर के एक संगठन द्वारा फर्जी लेटरहेड घोषित करने के बाद समाचार एजेंसी ने खबर को अपनी यह कहते हुवे हटा लिया है कि ‘प्रेस विज्ञप्ति का सोर्स संदिग्ध है’। बताते चले कि एएनआई ने एक जनजातीय संगठन के बयान वाली खबर को इस संगठन द्वारा ‘फ़र्ज़ी’ बताया गया था।
खबरिया साईट न्यूज़लॉन्ड्री की एक खबर के अनुसार समाचार एजेंसी ने इंडिजिनस ट्राइबल लीडर फोरम (आईटीएलएफ) के ‘आधिकारिक बयान’ का हवाला देते हुए खबर चलाई थी कि इस फोरम ने मेईतेई लोगों के साथ संघर्ष के लिए कुकी-ज़ो समुदाय से माफ़ी मांगी थी। इस रिपोर्ट को टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा पुनः प्रकाशित किया गया था।
इसके फौरन बाद आईटीएलएफ ने एक बयान जारी कर स्पष्ट किया कि जिस प्रेस विज्ञप्ति पर रिपोर्ट आधारित थी वह पूरी तरह से फ़र्ज़ी थी और उनका जाली लेटरहेड बनाकर गलत बयान जारी किया गया था। फोरम ने मांग की थी कि एएनआई रिपोर्ट वापस ले और माफ़ी मांगे अन्यथा, आईटीएलएफ कानूनी मुकदमा शुरू करेगा। इसके कुछ ही समय बाद ही एएनआई ने यह कहते हुए कि ‘प्रेस विज्ञप्ति का स्रोत संदिग्ध है’ खबर हटा ली।