पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी के कोतवाली में मचा उस समय हडकम्प जब आशुतोष ने कोतवाली जाकर कहा ‘साहब मैंने एक कबाड़ी वाले को घर बुलाया और उसको चाक़ू मार कर हत्या कर दिया है’
ए0 जावेद (फोटो: पवन जायसवाल)
वाराणसी: वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के कोतवाली थाने में आज उस समय हडकंप मचा गया जब एक युवक ने आकर पुलिस को बताया कि वह काल भैरव का रहने वाला है और उसने एक कबाड़ी वाले को अपने घर बुला कर घर के अन्दर चाक़ू मार कर उसकी हत्या कर दिया है। युवक का नाम आशुतोष है, वह सेवानिवृत अग्निशमन कर्मी का पुत्र है और प्राइवेट जॉब करता है।
हत्या की बात सुनते ही कोतवाली थाने पर हडकंप की स्थित पैदा हो गई। तत्काल युवक को हिरासत में लेकर पुलिस उसके बताये गए पते पर उसके आवास पहुची तो देखा कि कबाड़ी वाले का रक्त रंजित शव उसके घर में पड़ा है। पुलिस ने मौके का मुआयना कर फारेंसिक की फिल्ड यूनिट बुलाई। जानकारी होने पर पहुची फिल्ड यूनिट ने मौके की जाँच किया। पुलिस ने शव को कब्ज़े में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।
मृतक की शिनाख्त दिनेश अग्रहरी पुत्र प्रेम अग्रहरी निवासी पुरानापुल थाना सारनाथ के रूप में की। पुलिस ने मृतक के परजनों को सूचना दिया गया। जिसके बाद कोतवाली पहुचे मृतक के परिजनों ने पुलिस को मामले में लिखित तहरीर दिया है। वही घटना के सम्बन्ध में हत्याभियुक्त आशुतोष के पिता ने बताया कि मृतक को वह नही जानते है और घटना क्यों तथा कैसे हुई कुछ भी नही पता है। मृतक को पहली बार मैं देख रहा हु।
हत्याभियुक्त आशुतोष मिश्रा के पिता रिटायर्ड फायर ब्रिगेड कर्मी वीरेंद्रनाथ मिश्रा ने बताया कि मेरा लड़का बीबीए करने के बाद कम्प्यूटर से कोई कार्य करता है। उसने कबाड़ी को घर में बुलाया। लेनदेन के विवाद में उसने चाकू मारकर कबाड़ी की हत्या कर दी। इसके बाद मकान की सीढ़ी उतरकर बाहर भागा। उन्होंने बताया कि जब यह घटना हुई तब वह पहले तल पर थे। घटना के बाद आशुतोष खुद कोतवाली थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया। वह नही जानते कि दोनों क्या विवाद हुआ।
उन्होंने बताया कि वह फायर बिग्रेड में तैनात थे। वर्ष 2018 में रिटायर हुए थे। बताया जाता है कि कबाड़ी दिनेश अग्रहरि मोहल्ले में साइकिल से घूमकर कबाड़, अखबार आदि खरीदता था। दिनेश सारनाथ थाना क्षेत्र के पुरानापुल मोहल्ले का निवासी था। आज शनिवार की शाम को वह गली में आया तो वहीं रहने वाले युवक आशुतोष मिश्रा ने उसे कुछ सामान बेचने के लिए बुलाया। इसके बाद कबाड़ी दिनेश उसके मकान का दरवाजा खोलकर दूसरी मंजिल पर मौजूद आशुतोष के पास पहुंचा। अंदाज़ लगाया जा रहा है की वहां पैसे के लेन-देन को लेकर दोनों में विवाद हुआ, जिसके बाद आशुतोष ने चाकू घोंपकर दिनेश की अपने ही घर में हत्या कर दी।