क्या खत्म हो जायेगा अनिल अम्बानी के स्वामित्व वाली कंपनी का दासो के राफेल एवियेशन से संयुक्त उद्यम करार
Will the Anil Ambani-owned company's joint venture agreement with Dassault's Rafale Aviation end?
एच0 भाटिया
मशहूर बिजनेस मैंन अनिल अंबानी की कंपनी के साथ फ्रांस की दासो एविएशन का रफाल संयुक्त उद्यम के ख़त्म होने की संभावना जताया जा रहा है। बताते चले कि अनिल अम्बानी के स्वामित्व वाली कंपनी ने दासो के राफेल एवियेशन के साथ संयुक्त उद्यम जिसको ज्वाइन वेंचर कहा जाता है शुरू करने का समझौता किया था। जिस सम्बन्ध में संसद में भी चर्चा उठी थी।
इस सम्बन्ध में न्यू इंडियन एक्सप्रेस द्वारा सूत्रों के हवाले प्रकाशित खबर की माने तो यह समझौता ख़त्म होने के कगार पर है। खबर में बताया गया है कि दासो ने अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस एयरोस्ट्रक्चर लिमिटेड के साथ हुए इस संयुक्त उपक्रम से कथित तौर पर बाहर निकलने का फैसला किया है।
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर में कहा गया है कि ऐसा बताया जा रहा है कि अंबानी द्वारा ‘इस संयुक्त उद्यम को बनाए रखने के लिए जरूरी निवेश कर पाने में असमर्थता’ के कारण दासो ने यह निर्णय लिया है। बताते चले कि साल 2017 में दोनों कंपनियों ने भारत के 36 रफाल फाइटर जेट खरीदने के 7.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सौदे के ऑफसेट दायित्वों को संभालने के लिए संयुक्त उद्यम शुरू किया था। 51-49 प्रतिशत वाले इस जेवी में अंबानी मेजर प्रॉफिट के भागीदार हैं।
इस समाचार के बाद कांग्रेस अब हमलावर दिखाई दे रही है. कांग्रेस द्वारा राहुल गांधी के उस बयान को सोशल मीडिया पर पोस्ट किया जा रहा है जो बयान राहुल ने इस समझौते के बाद सदन में दिया था और अनिल अम्बानी के कंपनी को लेकर सवाल खड़े किये थे। वैसे समाचार की अधिकारिक पुष्टि अभी तक कोई नही हुई है। न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर भी सूत्रों के हवाले से है। दासो अथवा अनिल अम्बानी समूह के तरफ से कोई बयान सामने नही आया है।