इस्पेक्टर विमल मिश्रा की मेहनत और एसआई पंकज पाण्डेय की सतर्क दृष्टि ने लाखो के कोडिन सिरप सहित बड़ी पियरी के प्रशांत कसेरा, पानदरीबा के हिमांशु कसेरा और मुग़लसराय के अजय केशरी को धर दबोचा, ड्रग इस्पेक्टर साहब अब सवाल ये उठता है कि
तारिक़ आज़मी
वाराणसी। कोडिन सिरप का नशे के तौर पर होते इस्तेमाल पर वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने हमारी खबर का संज्ञान लेते हुवे कड़ी निगरानी जारी कर दिया है। डीसीपी वरुणा के निर्देशन में एसीपी रोहनिया विदूष सक्सेना और इस्पेक्टर मंडुआडीह विमल कुमार मिश्रा को एक बड़ी सफलता आज हाथ लगी जब नशे के काले कारोबार पर तगड़ा वार करते हुवे लाखो के कोडिन सिरप और कैश सहित 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्तों में दो चेतगंज थाना क्षेत्र के निवासी है जबकि एक अन्य मुग़लसराय का निवासी है।
गिरफ़्तारी के सम्बन्ध में मंडुवाडीह थाना प्रभारी विमल कुमार मिश्रा ने पत्रकारों को बताया कि रविवार की सुबह मुखबिर से सूचना मिली की कुछ लोग लखनपुर के समीप अवैध नशीला कफ सिरप लेकर खड़े हैं और उसे वाराणसी मार्केट में खपाने की योजना बना रहे, यह जानकारी थाना प्रभारी विमल कुमार मिश्रा ने एसीपी रोहनिया विदूष सक्सेना से साझा करते हुवे अपने साथ मड़ौली चौकी प्रभारी अजय कुमार, एसआई पंकज पांडेय आदि सहित उक्त स्थान पर छापेमारी की, जहा उक्त बताया गया मालवाहक खड़ा था।
एसआई पंकज कुमार पाण्डेय की सतर्क दृष्टि आई माल बरामदगी में काम
मालवाहक की तलाशी के दरमियान मौजूद तीनो युवको ने पुलिस टीम को झासा देने की कोशिश किया और गाडी में बुखार आदि की दवा होने की बात किया। इसी दरमियान पुलिस टीम ने एक कार्टून खुद खोल कर देखा तो उसमे काफ सिरप था। एसआई पंकज कुमार पाण्डेय के द्वारा हमारे समाचार में प्रकाशित उक्त नशीले कोडिन सिरप के तस्वीर को सेव करके रखा गया था। एसआई पंकज पाण्डेय को तुरंत इसका ख्याल आया और उन्होंने सेव किये हुवे उस तस्वीर को देख कर दोनों का मिलान किया तो दोनों एक ही निकले, जिसकी जानकारी उन्होंने इस्पेक्टर विमल कुमार मिश्रा को दिया। इसके बाद पुलिस को एक्शन में आते देख युवक भागने की कोशिश करने लगे, जिन्हें पुलिस टीम द्वारा दौड़ा कर पकड़ लिया गया।
पुलिस ने गाडी की तलाशी में कुल 202 पेटी अवैध नशीला कफ सिरप बरामद किया। जिसकी मार्किट कीमत 42 लाख के लगभग बताया जा रहा है। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों बड़ी पियरी निवासी प्रशांत कुमार कसेरा (28) पानदरीबा निवासी हिमांशु कसेरा (20) और मुग़लसराय निवासी अजय केशरी (27) को गिरफ्तार किया है। तलाशी में पुलिस को प्रशांत के स्कूटी की डिग्गी से 2 लाख 52 हजार तथा हिमांशु के पास से 28 हजार रुपये भी बरामद किए जो बिक्री के बताए जा रहे। पुलिस इस तीनो के खिलाफ धारा 8/21 तथा NDPS एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच कर रही।
नशीले कफ सिरप के बरामदगी की सूचना पर थाने पर औषधि विभाग की टीम भी पहुँच गयी। ड्रग इंस्पेक्टर विवेक कुमार ने बताया कि पकड़े गए सिरप दिल्ली से लाये गए हैं और इसमें कोडीन फास्पेट तथा अन्य नशीले ड्रग मिले हुए हैं। मांगने पर आरोपी न तो ड्रग लाइसेंस दिखा सके, और ना ही नशीली दवाओं का बिल दिखा पाएं। अब सवाल ये उठता है कि ड्रग इस्पेक्टर साहब यानी आप मानते है कि ऐसी नशीली दवाये इसी प्रकार गैरकानूनी तरीके से इस नशे के सिरप का कारोबार हो रहा है। तो फिर आपका विभाग कार्यवाही क्यों नही करता है? कभी जानकारी में तो नही आया कि आपके द्वारा हुई कार्यवाही में ऐसी किसी खेप को आपने पकड़ा हो।