रेप और हत्या मामले में सज़ा काट रहे गुरमीत राम रहीम की 7वी पेरोल अवधि हुई खत्म, ले जाया गया जेल, राम रहीम को मिलती पेरोल और चुनाव क्या महज़ इत्तिफाक है ?
ईदुल अमीन
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख और बलात्कार तथा हत्या मामले में सज़ा काट रहे गुरमीत राम रहीम की आज 7वी पेरोल अवधी ख़त्म हो गिया और उन्हें जेल ले जाया गया है। बताते चले कि हरियाणा सरकार ने अब तक कुल 7 पेरोल राम रहीम की मंज़ूर किया है। जिसके लिए हरियाणा सरकार की आलोचना भी हो रही है।
30 दिनों तक जेल से बाहर रहने के बाद गुरमीत राम रहीम की पैरोल रविवार को ख़त्म हो गई और उन्हें उत्तर प्रदेश के बागपत से भारी सुरक्षा बल के साथ हरियाणा की रोहतक पुलिस सुनारिया जेल ले गई। बीते 20 जुलाई को हरियाणा सरकार ने गुरमीत राम रहीम की 30 दिनों की पैरोल मंजूर की थी जिसके बाद से राम रहीम बागपत के बरनावा स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम में ठहरे हुए थे। रेप और हत्या के मामले में दोषी गुरमीत राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में सज़ा काट रहे हैं और अब तक हरियाणा सरकार उन्हें सात बार पैरोल दे चुकी है।
राम रहीम को सबसे पहले 24 अक्टूबर 2020 को एक दिन की पैरोल दी गयी थी। ये पैरोल उन्हें उनकी बीमार माँ से मिलने के लिए दी गई थी। दूसरी बार 21 मई 2021 में एक बार फिर उन्हें उनकी बीमार माँ से मिलने के लिए ही एक दिन की पैरोल दी गई। तीसरी बार डेरा प्रमुख राम रहीम को 2022 में 7 फ़रवरी को 21 दिन की पैरोल दी गई जब यूपी में विधानसभा चुनाव थे।
चौथी बार जून 2022 में एक महीने के लिए बाबा को पैरोल दी गयी थी। पांचवी बार राम रहीम को अक्टूबर 2022 में 40 दिनों की पैरोल दी गयी, उस समय हरियाणा राज्य में उपचुनाव और पंचायत चुनाव थे। छठी बार 21 जनवरी 2023 को बाबा राम रहीम की 40 दिन की पैरोल फिर से स्वीकार की गई थी, इस पैरोल के दौरान उनके गुरु शाह सतनाम जयंती थी और उत्तरप्रदेश में नगर निकाय चुनाव होने थे।