कथित व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा द्वारा ज्ञानवापी मस्जिद पर दिए गये विवादित बयान से आहत मस्जिद कमेटी ने मुकदमा दर्ज करने हेतु दिया कोतवाली पुलिस को तहरीर, 24 घंटे बाद भी नही दर्ज हुई शिकायत
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में कथित व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा द्वारा विवादित बयान देने और धार्मिक भावनाओं को आहात करने के संबध में अंजुमन इन्तेजामियाँ मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने कल शाम शिकायती प्रार्थना पत्र कोतवाली पुलिस को देते हुवे अजीत सिंह बग्गा और उसके भतीजे गुनजीत बग्गा पर कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग किया है।
बताते चले कि विगत दिनों एक अज्ञात चैनल अथवा युट्यूब पर साक्षात्कार देते हुवे अजीत सिंह बग्गा और गुनजीत बग्गा ने मुस्लिम समुदाय के खिलाफ कड़ी आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग किया था। साथ ही अजीत सिंह बग्गा ने मुस्लिम समाज में भय व्याप्त करने हेतु बुलडोज़र तक की धमकी दिया था। इस साक्षात्कार में खुद को पत्रकार बताने वाला युवक भी विवादित और उत्तेजक तथा नफरती सवाल पूछ रहा है।
इस साक्षात्कार का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ और मुस्लिम समाज में इसको लेकर खासी नाराजगी दिखाई देने लगी। इस सम्बन्ध में अंजुमन इन्तेजामियां मसाजिद कमेटी ने सख्त आपत्ति दर्ज करवाते हुवे कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने उच्चाधिकारियों को उक्त वीडियो भेज कर कड़ी कानूनी कार्यवाही करने की मांग किया था। जिसके बाद विभागीय सूत्र बताते है कि कथित व्यापारी नेता अजीत सिंह बग्गा और गुनजीत सिह बग्गा को ऐसे बयानबाजी करने के लिए सख्त मना किया गया।
इस मामले में अंजुमन इन्तेजामियां मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने अजीत सिंह बग्गा और गुनजीत तथा उक्त कथित अज्ञात पत्रकार और कैमरामैन के खिलाफ कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर कड़ी मुकदमा दर्ज करते हुवे कड़ी कानूनी कार्यवाही की मांग किया है। वही कोतवाली पुलिस ने तहरीर मिलने की पुष्टि किया है। साथ ही मिल रही जानकारी के अनुसार लगभग 24 घंटे बीत जाने के बावजूद अभी तक मामला दर्ज नही हुआ है।
इस सम्बन्ध में कमेटी के संयुक्त सचिव एस0एम0 यासीन ने पिछले वर्ष की एक घटना को याद दिलाते हुवे कहा कि वर्ष 2022 में हो रहे सर्वे के दरमियान जब दुसरे पक्ष द्वारा अपने सम्प्रदाय से सम्बन्धित नारे लगाये जा रहे थे, उस स्थिति में हमारे एक बुनकर भाई अब्दुल सलाम ने ‘अल्लाह-हु-अकबर’ का नारा लगा दिया था तो चंद मिनटों में ही उस बुनकर पर संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसको जेल भेज दिया गया था। दूसरी तरफ हमारे खिलाफ और हमारे ‘अल्लाह’ पर इमाम का यकीन न होने जैसे बाते कहकर अजीत बग्गा और गुलजीत बग्गा हमारी धार्मिक भावनाओं को भड़का कर शहर में दंगे करवाने का मंसूबा पाल रहा है। उसके ऊपर शिकायत के बाद भी ऍफ़आईआर में इतनी हिला हवाली हो रही है।