जागरण में छापी थी सर्जिकल स्ट्राइक की झूठी खबर, भारतीय सेना ने किया बताया क्या है पूरा सच
तारिक़ खान
डेस्क: रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को भारतीय सेना की तरफ से सर्जिकल स्ट्राइक की खबरों का खंडन किया है। मंत्रालय ने कहा कि भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के बालाकोट में LoC पर पाकिस्तानी आतंकियों की घुसपैठ रोकी थी। लेकिन ये कोई सर्जिकल स्ट्राइक नहीं थी। मंत्रालय ने इस संबंध में 22 अगस्त को एक अधिकारिक बयान जारी किया। उसके मुताबिक, सेना को जानकारी मिली थी कि दो आतंकी हमीरपुर इलाके के रास्ते भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश कर रहे थे। ये आतंकी खराब मौसम और घने जंगली इलाके का फायदा उठाकर घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे।
खुद को नम्बर वन कहने वाले दैनिक समाचार पत्र दैनिक जागरण ने समाचार छापा था कि पाकिस्तान पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक की है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा गया था कि भारतीय सेना ने 19 अगस्त की रात LoC पार करके पाकिस्तानी आतंकियों के चार लॉन्च पैड को तबाह कर दिया। रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया था कि इस सर्जिकल स्ट्राइक में 7 से 8 आतंकियों की मौत हुई है। अभियान में हिस्सा लेने वाले भारत के सभी जवान सुरक्षित लौट आए हैं। मंत्रालय ने इसी रिपोर्ट का खंडन किया है।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर पुलिस और कई इंटेलिजेंस एजेंसियों से घुसपैठ की खबर मिली थी। उसमें बताया गया था कि कुछ आतंकी बालाकोट में LoC पार करके भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। खबर मिलते ही पहले उस इलाके में सर्विलांस ग्रिड को हाई अलर्ट पर रखा गया। फिर सैनिकों ने घात लगाकर हमले भी किए। गोलीबारी सुनकर आतंकी धुंध-कोहरे और घने जंगली इलाके का फायदा उठाते हुए भागने की कोशिश कर रहे थे। इस गोलीबारी में जख्मी होकर एक आतंकी सीमा रेखा के पास ही गिर गया।
इस घटना के बाद इलाके में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की गई। दोपहर में मौसम साफ होते ही सैनिकों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान भारतीय सेना को दो मैगजीन के साथ एक AK-47, दो ग्रेनेड और पाकिस्तान में बनी कुछ दवाईयां मिलीं। सेना को तलाशी के दौरान खून के कुछ निशान भी मिले जो LoC की तरफ जा रहे थे। मंत्रालय ने ये भी कहा कि किसी भी तरह की घुसपैठ को रोकने के लिए भारतीय सेना पूरी तरह सतर्क है।