काशी पहुंचे Y20 में शामिल होने वाले मेहमान, पांच बिंदुओं पर होगा मंथन
शाहीन बनारसी
वाराणसी: पिछले दिनों काशी में G20 सम्मेलन आयोजित किया गया था जिसमे जिसमे 20 देशो के डेलीगेट्स काशी आये थे। वही अब जी20 की तरह ही काशी में चार दिवसीय (17-20 अगस्त) वाई20 (युवा सम्मेलन) की शुरूआत आज से होने जा रही है। जिसके लिए डेलीगेट्स पहुंचने लगे हैं। इस कार्यक्रम मे अंतर्राष्ट्रीय और अपने देश के संगठनों और कंपनियों के लोग शामिल होंगे। साथ ही युवाओं के लिए भी एक मंच दिया जाएगा, जिसके माध्यम से वो अपनी बात को रख सकेंगे और फ्यूचर प्लान से सम्बंधित बिंदुओं पर चर्चा कर सकेंगे।
इस कार्यक्रम में युवाओं के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और कंपनियों के डेलीगेट्स भाग लेने वाले है। बताते चले कि इसका उद्घाटन शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर करेंगे। इसके माध्यम से युवाओं को नवाचार और कौशल विकास से जुड़ने का मौका मिलेगा। सम्मेलन रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में होगा। यह जानकारी युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के निदेशक पंकज कुमार और जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने दी है।
यूथ अफेयर के निदेशक पंकज कुमार ने बताया कि वाई20 भी जी20 के आधिकारिक सहभागिता समूहों में से एक है। इसमें जी20 देशों के 600 से अधिक युवा हिस्सा लेंगे। लोकतंत्र और शासन में युवाओं की भूमिका विषय पर विमर्श होगा। जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। सम्मेलन दुनिया भर से आए प्रतिभागियों को सहयोग और नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करेगा। युवाओं के लिए विकास का नया मार्ग प्रशस्त होगा।
वही इस कार्यक्रम से सम्बंधित जानकारी देते हुए जिलाधिकारी एस0 राजलिंगम ने बताया कि युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय की तरफ से कराए जा रहे सम्मेलन की सभी तैयारियां पूरी हो गई हैं। सम्मेलन में आए युवाओं को आईआईटी बीएचयू, काशी विश्वनाथ धाम और सारनाथ का भ्रमण कराया जाएगा। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय के निदेशक पंकज कुमार ने बताया कि 17 अगस्त को प्रतिभागियों को आईआईटी बीएचयू में बना सुपर कंप्यूटिंग सेंटर और इंजीनियरिंग हब दिखाया जाएगा।
बताया कि आईआईटी बीएचयू की तरफ से रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में विशेष सत्र आयोजित किया जाएगा। शाम चार बजे से प्रतिभागियों को सारनाथ भ्रमण कराया जाएगा। यहीं पर प्रतिभागी लाइट एंड साउंड शो देखेंगे। गौरतलब है कि कार्य का भविष्य : उद्योग 4।0, नवाचार और 21वीं सदी के कौशल विकास। शांति निर्माण और सुलह, युद्ध रहित युग की शुरुआत। जलवायु परिवर्तन और आपदा जोखिम न्यूनीकरण: स्थिरता को जीवन का एक तरीका बनाना। साझा भविष्य: लोकतंत्र और शासन में युवा। स्वास्थ्य, भलाई और खेल: युवाओं के लिए एजेंडा जैसे पांच बिंदुओं पर मंथन होगा।