ज्ञानवापी मस्जिद मामले को’ अदालत के बाहर ही आपसी सहमती बना निपटाने हेतु जीतेन्द्र सिंह विसेन ने लिखा मस्जिद कमेटी को वार्ता हेतु आमंत्रण पत्र, बोले एसएम यासीन ‘हम आपका आमंत्रण कमेटी के समक्ष रखेगे’
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद के चल रहे प्रकरण में आज वादिनी मुकदमा राखी सिंह के पैरोकार जीतेन्द्र सिंह विसेन ने ज्ञानवापी मस्जिद की देख रेख करने वाली अंजुमन मसाजिद इंतेजामिया कमेटी को पत्र लिखा कर मामले को अदालत के बाहर ही वार्ता से निपटाने हेतु आमंत्रण पत्र लिखा है। इस आमंत्रण पत्र का जवाब देते हुवे मस्जिद कमेटी ने वार्ता के प्रस्ताव को कमेटी के समक्ष रखने का वायदा किया है।
जीतेन्द्र सिंह विसेन और संतोष कुमार सिंह के संयुक्त हस्ताक्षर से जारी पत्र में कहा गया है कि ज्ञानवापी प्रकरण में चल रही कानूनी लड़ाई में कुछ असमाजिक तत्व इसका फायदा उठाने का प्रयास कर रहे है। जिससे देश सुरक्षा और शांति के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है। इसलिए इस मामले को अदालत के बाहर ही आपसी बातचीत से हल निकाल लेना चाहिए।
पत्र में लिखा है कि ‘ज्ञानवापी परिसर को लेकर हिन्दू पक्ष और मुस्लिम पक्ष अपने अपने पक्ष को सही सिद्ध करने के लिए न्यायालय में संवैधानिक लड़ाई लड़ रहा है। हम दोनों पक्ष द्वारा इस संवैधानिक लड़ाई का लाभ कुछ असामाजिक तत्व अपने निजी फायदे के लिए उठाना चाहते है। जो कि देश और समाज दोनों के लिए हानिकारक सिद्ध हो सकता है। ऐसे में हम सभी का यह कर्तव्य बनता है कि अपने देश और समाज की रक्षा और सुरक्षा का ध्यान रखते हुवे इस विवाद का निस्तारण शांतिपूर्ण तरीके से आपसी बातचीत के माध्यम से निकालकर एक मिसाल कायम करे।
पत्र में अनुरोध किया गया है कि ‘उपरोक्त विषय के निस्तारण हेतु खुले व पवित्र मन से आप इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुवे बातचीत के लिए आगे आये। हो सकता है कि आपसी बातचीत से उपरोक्त प्रकरण का न्यायलय के बाहर कोई शांतिपूर्ण समाधान निकल जाए। हमारी तरफ से खुले व पवित्र मन से आप सभी का इस वार्ता के लिए स्वागत है।’
इस मामले में जवाब देते हुवे अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने जवाब देते हुवे कहा है कि ‘आपका पत्र व्हाट्सअप के माध्यम से प्राप्त हुआ है। हम इस प्रस्ताव को कमेटी के समक्ष रखेगे। कमेटी के निर्णय से आपको अवगत करवा दिया जायेगा।’