नगर आयुक्त वाराणसी साहब: एक तरफ काजीपुरा खुर्द और दुसरे तरफ पितृकुंड वार्ड के बीच इस गली में महीनो से कल-कल बहता जलकल का सीवर, बेहाल जिन्दगानी की दूर कौन करेगा परेशानी ?
शाहीन बनारसी
वाराणसी: स्मार्ट सिटी वाराणसी में फिलहाल कोई समस्या नही है, ऐसा दावा करने वाले बहुतेरे लोग मिल जायेगे। मगर ज़मीनी हकीकत ये है कि नगर निगम के जलकल विभाग की उदासीनता के कारण शहर का शायद ही कोई ऐसा इलाका हो जो बेहाल खुद को अहसास न कर रहा हो। तनिक मणिक बारिश में सडको पर घंटो लगते पानी की समस्या का समाधान तो बहुत दूर रहा। शहर के जर्जर सीवर व्यवस्था को लेकर भी सभी दावे सिर्फ हवा हवाई ही है।
अब आप लल्लापुरा के काजीपुरा खुर्द इलाके की इस गली जहा जलकल का सीवर महीनो से कल-कल कर बह रहा है का ही उदहारण ले ले। गली के एक तरफ काजीपुरा वार्ड लगता है और दुसरे तरफ पितृकुंड वार्ड आता है। दोनों के बीच जलकल का सीवर कल-कल कर बह रहा है। जिससे इलाके की आवाम की जिन्दगानी में परेशानी खडी हो गई है। इस परेशानी से निजात पाने के लिए आवाम जब पितृकुंड पार्षद से संपर्क करती है तो वह बताते है कि इलाका काजीपुरा खुद वार्ड का है। जबकि काजीपुरा खुद वाले पार्षद साहब गेंद पितृकुंड वार्ड के पार्षद के पाले में डाल देते है। इलाके की अवाम तो फ़ुटबाल की तरह कभी इधर तो कभी उधर कर रही है।
क्षेत्रीय नागरिक शाहिद अंसारी जिनको लोग प्यार से ‘शुक्ला जी’ के नाम से भी पुकारते है ने हमसे बात करते हुवे बताया कि ‘इस गली का सीवर चेंबर डैमेज हो गया है। महीनो से ऐसे ही नरकीय स्थिति में हम लोग जी रहे है। मगर कोई सुनवाई करने वाला नही है। दो वार्ड के बीच यह गली है जिसके एक तरफ पितृकुंड वार्ड है तो दुसरे तरफ काजीपुरा खुद वार्ड है। जब हम लोग पितृकुंड वार्ड के पार्षद से सम्पर्क करते है तो वह कहते है कि काजीपुरा खुद इलाका आता है और काजीपुरा खुर्द के पार्षद कहते है कि पितृकुंड वार्ड की समस्या है। हम लोग इसी में परेशान है। कहे तो कहे किस्से।’
इलाके के निवासी नौशाद कुरैशी ने कहा कि ‘समस्या महीनो से है। मगर इसका समाधान नही हो रहा है। विभाग से शिकायत करो तो सफाई हो जाती है और फिर चंद घंटो मे ही दुबारा वही स्थिति हो जाती है।’ पास ही के निवासी लल्लू चाय वाले ने हमसे बताया कि हम खुद कई बार विभाग से शिकायत कर चुके है। सिल्ट साफ़ करने की बात होती है। सिल्ट साफ़ भी हो जाती है, मगर दो घंटे के बाद ही दुबारा ऐसी ही स्थिति हो जाती है। इसका निस्तारण पूरी तरह नही हो पा रहा है। कही सुनवाई नही हो रही है।’ ऐसा ही कुछ एक अन्य इलाके के निवासी इमरान कुरैशी ने भी बताया और कहा कि महीनो से हम सब इस समस्या से परेशान है। निस्तारण कब होगा पता नही।
क्या है मूल समस्या
इस सम्बन्ध में हमने समस्या के मूल को जानना चाहा तो वहा हालत का जायजा लेने आये ठेकेदार अनिल ने कहा कि चेंबर के बगल में ही पाइप लाइन के माध्यम से गली फिट से मुख्य सीवर को कनेक्ट करना है। मगर बीच में ही जलकल विभाग के पानी सप्लाई की चाभी होने के कारण ये कनेक्टीविटी नही हो पा रही है। अगर ये हो जाती है और चाभी बन जाती है अथवा एक अन्य चेंबर का निर्माण हो जाता है तो समस्या का समाधान हो जायेगा।
दरअसल ये गली के उत्तर जानिब भवन संख्या 14/49 है जो काजीपुरा वार्ड में है तो दुसरे तरफ पितृकुंड वार्ड का भवन संख्या 13/281 है जो काजीपुरा खुद वार्ड में आता है। गली की नवय्य्त ऐसी है कि आधी गली एक वार्ड में और आधी गली दुसरे वार्ड में। मगर कोई भी एक इस समस्या के लिए खुद खड़ा नही है, बल्कि गेंद दोनों ही एक दुसरे के पाले में पास कर दे रहे है। अब आवाम फ़ुटबाल के तरह कभी इस पाले में तो कभी उस पाले में घूम रही है।
क्या कहते है ज़िम्मेदार
इस सम्बन्ध में हमने एक्ससीएन ओपी सिंह से बात किया तो उन्होंने कहा कि आपके माध्यम से इस समस्या की जानकारी हासिल हुई है। कल ही स्थानीय जेई को मौके पर भेज कर समस्या का निस्तारण करवा दूंगा। वही स्थानीय जेई प्रीती सिंह ने बताया कि समस्या जानकारी में है। इसके पहले कई बार सफाई करवाया गया है। सोमवार को इस डैमेज चेंबर को बनवा दिया जायेगा। समस्या का निस्तारण हो जायेगा।
हमने इस सम्बन्ध में स्थानीय दोनों पार्षदों क्रमशः अम्बरीश कुमार और प्रवीण राय से बात करने के लिए फोन किया तो अम्बरीश कुमार का फोन काफी देर तक नेटवर्क क्षेत्र के बाहर बता रहा था जबकि प्रवीण राय का फोन लगातार व्यस्त आ रहा था। इस कारण दोनों पार्षद की कोई प्रतिक्रिया हमको प्राप्त नही हुई है। प्रतिक्रिया मिलते के साथ ही खबर को अपडेट कर दिया जायेगा।