झूठी खबरे फैला कर समाज में भयावाह स्थिति पैदा करने की कोशिश पर अगर रविवार को लगाम न लगी तो हम सर्वे का बायकाट करने पर मजबूर होंगे: एस0 एम0 यासीन
शफी उस्मानी
वाराणसी: ज्ञानवापी मस्जिद का सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एएसआई सर्वे कर रही है। कई बड़ी बंदिशों के साथ सुप्रीम कोर्ट ने इस सर्वे की अनुमति एएसआई को दिया है। आज ज्ञानवापी मस्जिद की देख रेख करने वाली संस्था अंजुमन इन्तेज़ामिया मसाजिद कमेटी इस सर्वे में शामिल हुई। मगर दोपहर बाद से फैली अफवाह और उसके बाद की स्थिति के उपरांत कमेटी ने चेतावनी दिया है कि अगर कल भी ऐसी ही स्थिति रही तो हम इस सर्वे का दुबारा बायकाट कर देंगे।
यह जानकारी संस्था के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने एक विज्ञप्ति के माध्यम से दिया है। अंजुमन इन्तेज़ामिया मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एसएम यासीन ने बताया है कि आज सर्वे के दरमियान दोपहर में कुछ मीडिया संस्थानों के द्वारा एक अफवाह फैलाया गया कि ‘मस्जिद के अन्दर तहखाने में मूर्तियाँ और त्रिशूल तथा कलश मिले है।’ बेबुनियाद तरीके से इस अफवाह के फैलने से मुस्लिम समाज जहा आहात है। वही समाज में भयावाह स्थिति उत्पन्न हो गई।
उन्होंने कहा कि ‘उन तमाम संवैधानिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले शहर ही नहीं देश भर के संभ्रांत नागरिकों को अवगत कराना चाहते हैं माननीय सर्वोच्च न्यायालय का निर्णय आने के पश्चात हम लोगों ने एएसआई सर्वे में सहयोग का निर्णय लेकर आज पूरे दिन सर्वे में सहयोग किया। परन्तु जिस प्रकार से समाज दुश्मन अनासिर अनर्गल और बेबुनियाद तथा सत्यता से परे खबरे प्रसारित कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे है, वह अत्यंत निंदनीय है। जैसी भयावह परिस्थिति उत्पन्न करने की कोशिश की जा रही है, अगर उस पर लगाम न लगाया गया, तो हम अपने सहयोग के निर्णय पर विचार करते हुए कल सायं तक बायकाट का फैसला लेने के लिए बाध्य हो जाएंगे।‘