वीडीए का साथ, नियम धरो ताख, करो जमकर अवैध निर्माण: भेलूपुर ज़ोन में नियमो को ताख पर रख गंगा से 200 मीटर परिधि में लबेरोड हो रहा गेस्ट हाउस का अवैध निर्माण, जेई साहब कहे ‘आल इज वेल’
तारिक़ आज़मी
वाराणसी: कौन कहता है कि नियम सभी के लिए हैं? एकदम मत कहियेगा, कम से कम वीडीए के लिए तो बिलकुल नही। अगर आपके पास ऐश-ओ-इशरत बेशुमार है, साथ में थोडा ठसक बेमिसाल है। तो आप लबे रोड ताज महल अवैध तरीके से बनाते रहे। बस जेई साहब का विशेष अनुकम्पा प्राप्त आपको होना चाहिए। ये अनुकम्पा तो जब सब कुछ आपके पास है तो मिल ही जायेगी। फिर आप गंगा से महज़ 50 मीटर दूर भी अवैध निर्माण करे। कोई फर्क नही पड़ता। जेई साहब बोल देंगे ‘आल इज वेल’। बस चाय नाश्ता बढ़िया होना चाहिए।
ताजा मामला भेलूपुर जोन के केदारघाट स्थित कुमार स्वानी मठ के पास का है। जहां पर केएस पेइंग गेस्ट हाउस नामक होटल के दूसरे और तीसरे तल पर ढलाई का काम चल रहा है। केएस पेइंग गेस्ट हाउस गंगा से 200 मीटर के दायरे के अंदर है और जिला प्रशासन के नियमों के मुताबिक गंगा के 200 मीटर दायरे के अंदर मकानों का निर्माण नहीं हो सकता है। इसके बावजूद भी इस पेइंग गेस्ट हाउस के चारों ओर एक मठ के नाम का बैनर-पोस्टर लगा कर अवैध निर्माण किया जा रहा है। न खाता न बही बस जो बनवा डाला वही है सही। थोडा ऐश-ओ-इशरत और थोडा ठसक तो है ही। फिर जेई साहब ‘आल इज़ वेल’ कर देंगे।
आसपास के लोगों ने बताया कि निर्माण कार्य करीब महीनों से चल रहा है। अब तक दो से तीन बार वीडीए के इलाकाई जेई और अन्य कर्मचारी मौके पर जा चुके हैं, लेकिन निर्माण कार्य बंद नहीं हुआ। सूत्रों पर विश्वास करें तो इस पेइंग गेस्ट हाउस के दूसरे मंजिले की ढलाई के बाद अब तीसरा मंजिला ढालने के लिए पिलर और फाउंडेशन खड़ा किया जा रहा है। हमने जब इस सम्बन्ध में विकास प्राधिकरण के इलाकाई जेई जेपी गुप्ता से बात की तो पहले उन्होंने मामले की जानकारी होने से इनकार कर दिया। कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, मामले की जांच कराई जाएगी।
इसके बाद जब रविवार को दोबारा अवैध रूप से बन रहे गेस्ट हाउस के संबंध में जेई से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि गेस्ट हाउस निर्माण को लेकर नोटिस जारी की गई है। जबकि, मौके की हकीकत कुछ और ही है। मौजूदा समय में केएस पेइंग गेस्ट हाउस के अवैध निर्माण कार्य दिन तो दिन रात में भी चल रहा है। इलाके के जेई और वीडीए के अन्य जिम्मेदारों ने इस मामले में अपनी आंखें और मुंह किसी अनजान कारण की वजह से बंद रखा है।