अनअकेडमी से निकाले गए टीचर का दावा ‘छात्रो से पढ़े लिखे को वोट देने की अपील करने के कारण मुझे राजनीतिक दबाव में हटाया गया’

आफताब फारुकी

डेस्क: छात्रों से पढ़े-लिखे उम्मीदवारों को वोट देने की अपील करने पर एडटेक प्लेटफार्म अनअकेडमी से नौकरी से निकाले गए करण सांगवान ने दावा किया है कि उन्होंने किसी नेता या पार्टी का नाम नहीं लिया था और उन्हें शक है कि राजनीतिक दबाव की वजह से उन्हें नौकरी से निकाला गया है।

Teacher fired from Unacademy claims ‘I was removed under political pressure for urging students to vote for educated’

वहीं अनअकेडमी ने एक बयान में कहा है कि क्लासरूम व्यक्तिगत विचार ज़ाहिर करने की जगह नहीं है। एक बयान में कंपनी के संस्थापक रोमन सैनी ने कहा है कि सांगवान ने कंपनी के साथ किए कांट्रेक्ट का उल्लंघन किया है और इसी वजह से उन्हें नौकरी से निकाला गया है।

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ मीडिया से बात करते हुए सांगवान ने कहा है, “मैं अनअकेडमी के साथ 2021 से हूं। अब मेरा प्रोफ़ाइल डिलीट कर दिया गया है। हो सकता है राजनीतिक दबाव रहा हो।”

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