चंद्रयान-3 के कामयाबी पर वाराणसी के आलिमो और अंजुमन इन्तेजामियां मसाजिद कमेटी ने दिया इसरो के वैज्ञानिको को बधाई
ए0 जावेद
वाराणसी: चंद्रयान-3 के कामयाबी पर आज पुरे मुल्क में हर्ष की लहर देखा जा रहा है। आज सुबह से ही कही प्रार्थनाओं और कही दुआख्वानी के बीच अभी देश वासियों की सर्वशक्ति मान ने सुन लिया और हमारे देश के वैज्ञानिको की मेहनत कामयाब हुई तथा चन्द्रयान-3 चाँद की सरज़मी पर उतर कर पहला पैगाम भेज चूका है।
मुल्क के साइंसदानो की कामयाबी पर आज मुस्लिम समुदाय में खासी ख़ुशी की लहर देखा गया। कई मस्जिदों में मुस्लिम समाज के आलिमो और अकीदतमन्दो ने मुल्क की इस कामयाबी पर नमाज़-ए-शुक्राना अदा करते हुवे रब की बारगाह में उसका शुक्र भेजा गया कि उसने रब ने हमारे मुल्क को वह कामयाबी दिया जो रूस जैसे मुल्क के मुकद्दर में नही थी।
इस क्रम में हमसे बात करते हुवे ज्ञानवापी मस्जिद के इंतज़ाम देखने वाली अंजुमन इन्तेजामियाँ मसाजिद कमेटी के संयुक्त सचिव एस0 एम0 यासीन ने कहा कि आज हमारे मुल्क के वैज्ञानिको ने इस बात को साबित कर दिया है कि उनके जैसा लायक वैज्ञानिक किसी और मुल्क के पास नही है। उन्होंने वह कामयाबी हासिल किया है जो रूस जैसे खुद को ताकतवर कहने वाले मुल्क के हाथो नही लग सकी है। हम इसरो के सभी वैज्ञानिको को दिल से बधाई देते है और रब्बुल आलमीन का शुक्र अदा करते है कि उसने मेहनतो को कामयाब किया।
मुफ़्ती-ए-बनारस मौलाना बातिन नोमानी ने कहा कि ‘हमारे साइंसदानो की ये लाईकियत है कि पूरी दुनिया आज उनके तरफ देख रही है। इसरो ने जिस कामयाबी को आज हासिल किया है उसके लिए बड़े बड़े सहूलियतो को रखने वाले मुल्को के साइंसदान तरसते है। हम अल्लाह का शुक्र भेजते है कि हमारे मुल्क के साइंसदानो के मेहनत को उस रब ने कामयाब किया है।’
शहर की मशहूर मस्जिद लंगड़े हाफ़िज़ की मस्जिद के इमाम और मरकज़ के सरपरस्त अलीम-ए-दीन मौलाना ज़कीउल्लाह कादरी ने इस कामयाबी के लिए इसरो के सभी कर्मियों को बधाई देते हुवे कहा है कि हमारे मुल्क के साइंसदानो ने आज एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह दुनिया में सबसे अच्छे साइंसदान है और उनकी काबलियत का यह नतीजा है कि चंद्रयान-3 को कामयाबी हासिल हुई है।