कट्टर हिंदूवादी नेता और डासना मन्दिर के पुजारी यती नरसिंहानन्द द्वारा पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करके के मामले में केस हुआ दर्ज
शाहीन बनारसी
डेस्क: कट्टर हिंदूवादी नेता और डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानन्द के खिलाफ गाज़ियाबाद पुलिस ने हेट स्पीच से सम्बन्धित अपराध को पंजीकृत किया है। इस बार आरोप है कि यति नरसिन्हा नन्द ने पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम पर कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी किया है। यह मामला बीते शनिवार (8 सितंबर) को दर्ज किया गया है। हालांकि यति नरसिंहा नन्द ने अपने बचाव में कहा है कि वह वीडियो क्लिप पुरानी है और पुलिस एक ही मुद्दे पर बार बार ऍफ़आईआर दर्ज कर रही है।
पुलिस कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा ने बताया कि शुक्रवार (8 सितंबर) रात सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो क्लिप के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। एनडीटीवी में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, मिश्रा ने कहा, ‘16 सेकंड के वीडियो क्लिप में नरसिंहानंद, पूर्व राष्ट्रपति कलाम के बारे में अप्रिय टिप्पणी करने के अलावा मुसलमानों के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करते दिखाई दे रहे हैं, जिससे नफरत भड़क सकती है और सांप्रदायिक सद्भाव में बाधा आ सकती है।’
पुलिस ने कहा कि क्लिप के आधार पर सब-इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार गौतम ने गाजियाबाद के वेव सिटी पुलिस स्टेशन में नरसिंहानंद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद शनिवार को एक एफआईआर दर्ज की गई। नरसिंहानंद ने अपने बचाव में कहा कि उक्त वीडियो क्लिप पुरानी है। उन्होंने पुलिस पर एक ही मुद्दे पर बार-बार एफआईआर दर्ज करने का आरोप लगाया है।
मालूम हो कि कट्टर हिंदुत्ववादी नेता यति नरसिंहानंद अपने बयानों को लेकर पहले भी विवादों में रहे हैं। सितंबर 2022 में एक धार्मिक समारोह में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ भड़काऊ बयान देने के आरोप में पुलिस ने यति नरसिंहानंद, अखिल भारतीय हिंदू महासभा की राष्ट्रीय महासचिव पूजा शकुन पांडे और उनके पति अशोक पांडे के खिलाफ केस दर्ज किया था। अलीगढ़ में हुए इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा था कि मदरसों और अलीगढ़ मुस्ल्मि विश्वविद्यालय (एएमयू) को बम से उड़ा देना चाहिए। नरसिंहानंद ने अलीगढ़ को उस स्थान के रूप में पारिभाषित किया था, जहां से ‘भारत के विभाजन का बीज’ बोया गया था।